Radha Krishan: इस दिन रखें राधा अष्टमी का व्रत, ऐसे करें पारण

Amit
By Amit

Radha Krishan: राधा रानी का व्रत हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है, जो कि आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में पड़ता है। इस बार यह व्रत 11 सितंबर को पड़ रहा है. इस दिन राधा रानी की पूजा और व्रत किया जाता है, और अगले दिन व्रत को खोला जाता है।

यह व्रत उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो राधा रानी और कृष्ण की भक्ति में रुचि रखते हैं, और जो अपने जीवन में प्रेम, सुख, और समृद्धि की कामना करते हैं।

यह ध्यान रखें कि व्रत की तिथि और समय स्थान और क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकते हैं, इसलिए अपने स्थानीय पंचांग या पुजारी से व्रत की तिथि और समय की पुष्टि करना आवश्यक है।

राधा रानी के व्रत में निम्नलिखित चीजें करनी चाहिए:

1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
2. राधा रानी की तस्वीर या मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और धूपबत्ती करें।
3. राधा रानी को पीले रंग के फूल, फल, और मिठाई चढ़ाएं।
4. राधा रानी की आरती और भजन करें।
5. व्रत के दौरान केवल सात्विक भोजन करें, जैसे कि फल, सब्जियां, और अनाज।
6. व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
7. व्रत के दौरान दान-पुण्य करें, जैसे कि गरीबों को अन्न और वस्त्र दें।
8. व्रत के दौरान राधा रानी की कथा और भजन सुनें।
9. व्रत के अंत में राधा रानी की पूजा करें और व्रत को खोलें।

यह ध्यान रखें कि व्रत के नियमों का पालन करना आवश्यक है, और व्रत को खोलने से पहले राधा रानी की पूजा करना आवश्यक है

राधा रानी के कई नाम हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं:

1. राधिका
2. राधा
3. माधवी
4. कृष्णप्रिया
5. वृषभानु कुमारी
6. गोपी
7. गोपेश्वरी
8. राधारानी
9. राधिकेश्वरी
10. कृष्णा कामिनी

इन नामों के अलावा, राधा रानी को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है, जैसे कि:

– महाराधिका
– राधामाधवी
– कृष्णाराधा
– गोपीराधा
– वृषभानुराधिका

राधा रानी के ये नाम उनकी विभिन्न विशेषताओं और गुणों को दर्शाते हैं, और उनकी भक्ति में रुचि रखने वाले लोग अक्सर इन नामों का जाप करते हैं।

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