प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात और दिल्ली में छापेमारी कर फर्जी वीजा और पासपोर्ट के जरिए भारतीयों को अवैध रूप से विदेश भेजने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। छापेमारी में लगभग 1.5 करोड़ रुपये नकद और विदेशी मुद्रा में लगभग 21 लाख रुपये जब्त किए गए हैं।
ED ने बताया कि यह छापेमारी अवैध विदेशी आव्रजन में सहायता के मामले में बॉबी उर्फ भरतभाई पटेल, चरणजीत सिंह और अन्य के खिलाफ दर्ज गुजरात पुलिस की दो एफआईआर के आधार पर की गई थी। गुजरात पुलिस ने 2022 में भरतभाई पटेल को गिरफ्तार किया था। आरोपी पटेल डिंगुचा मामले में भी शामिल था, जहां कनाडा से अमेरिका में अवैध रूप से घुसने के प्रयास करते समय चार लोगों की मौत हो गई थी।
जांच में पता चला है कि आरोपी गलत तरीके से यात्रिकों को डुप्लिकेट या फर्जी पासपोर्ट के जरिए कई देशों के वीजा प्राप्त करने के लिए और अवैध रूप से विदेश भेजने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रहे थे। वे एक यात्री से इसके लिए 60 से 75 लाख रूपये, प्रत्येक जोड़े से कम से कम एक करोड़ रुपये वसूलते थे।
ED ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों में फर्जी वीजा, पासपोर्ट, यात्रा दस्तावेज और धन हस्तांतरण के रिकॉर्ड शामिल हैं।
ED ने कहा कि इस मामले की जांच जारी है और आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस रैकेट का भंडाफोड़ से भारत में अवैध आव्रजन के खिलाफ कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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