महारानी एलिजाबेथ को हैदराबाद के निजाम से मिला बेशकीमती तोहफा, जानें इसकी रोचक कहानी
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को उनके विवाह के अवसर पर हैदराबाद के निजाम ने एक ऐसा भव्य उपहार दिया, जिसकी कीमत सुनकर कोई भी दंग रह जाएगा। यह उपहार 1947 में राजकुमारी एलिजाबेथ को उनकी शादी के समय मिला था। इसमें एक शानदार हार और टियारा शामिल था, जिसकी कीमत आज के समय में 66 मिलियन पाउंड (करीब 88 मिलियन डॉलर) से अधिक आंकी गई है।
शादी का अनोखा तोहफा
1947 में राजकुमारी एलिजाबेथ ने फिलिप माउंटबेटन से विवाह किया, जो बाद में प्रिंस फिलिप बने। शादी के अवसर पर हैदराबाद के अमीर निजाम ने उन्हें यह उपहार दिया। यह हार और टियारा कार्टियर द्वारा डिजाइन किया गया था।
निजाम की खासियत:
- 1937 में, हैदराबाद के निजाम दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे।
- उन्होंने उदारता दिखाते हुए कार्टियर को निर्देश दिया कि वे राजकुमारी को उनके संग्रह से अपनी पसंद की कोई भी ज्वेलरी चुनने दें।
कैसे बना यह अनमोल आभूषण?
निजाम ने इस आभूषण को डिजाइन करने में गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने कार्टियर को निर्देश दिया कि हर जटिलता और डिज़ाइन उनकी पसंद के अनुरूप हो।
राजकुमारी ने इस खास उपहार के लिए एक टियारा और तीन फूलों के डिज़ाइन वाले ब्रोच चुने। यह ज्वेलरी आज भी “हैदराबाद का हार” नाम से प्रसिद्ध है।
रानी एलिजाबेथ का खास आभूषण
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने इस हार को कई हाई-प्रोफाइल आयोजनों में पहना।
- वे अपने ब्रोच और टियारा प्रेम के लिए जानी जाती थीं।
- बाद में, उन्होंने इस टियारा के केंद्र में मौजूद रत्नों को तीन अलग-अलग ब्रोच में बदल दिया ताकि इनका अलग-अलग उपयोग किया जा सके।
कैमिला को सौंपा गया हार
दिवंगत महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद, यह बेशकीमती हार रानी कैमिला को सौंपा गया। कैमिला ने इसे कई सार्वजनिक आयोजनों में पहना है।
यह पांच धागों वाला हार लगभग 250 से 300 कैरेट का है, जिसमें मुख्य रत्न अकेले 5 कैरेट का है। इसकी कीमत लगभग 10.3 मिलियन डॉलर मानी जाती है।