Gunji Police Station: भारत-चीन सीमा के निकट स्थित अंतिम गांवों में लोगों का आपसी मेलजोल और शांतिपूर्ण जीवन का ऐसा उदाहरण देखने को मिलता है कि पुलिस को सालों इंतजार करना पड़ता है मुकदमे दर्ज करने के लिए। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील में स्थित गुंजी थाना इसका स्पष्ट प्रमाण है।
गुंजी थाना 2006 से नियमित रूप से चल रहा है और इसमें अंतिम मुकदमा 2022 में दर्ज किया गया था। 2017 से पहले का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है,
जो इस क्षेत्र के लोगों के शांत स्वभाव और आपसी सौहार्द को दर्शाता है। 2017 में इस थाने में एक गंभीर मुकदमा दर्ज किया गया था, जबकि 2022 में चार मामूली मुकदमे दर्ज हुए थे। इसके बाद 2023 में एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
गुंजी थाना साल में केवल पांच महीने (जून से अक्टूबर) ही संचालित होता है। यह थाना समुद्र तल से 10498 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसका संचालन कैलास मानसरोवर यात्रा के मद्देनजर शुरू किया गया था। थाने के अंतर्गत 15 से अधिक गांव आते हैं,
जिनमें लगभग 4000 की आबादी रहती है। इनमें से 2000 से ज्यादा लोग सर्दियों में अन्य स्थानों पर प्रवास करते हैं, जबकि बाकी लोग स्थायी रूप से गांवों में रहते हैं।
गुंजी थाने में आठ से दस पुलिस कर्मी तैनात होते हैं, और यह सीमांत में पुलिस विभाग का सबसे ऊंचाई पर स्थित थाना है। इस थाने में आपराधिक मामलों की संख्या बेहद कम होने से यह साफ हो जाता है कि प्रकृति के करीब रहने वाले लोग शांत और सौहार्दपूर्ण जीवन जीते हैं।