नए साल की तैयारी: तिरुपति मंदिर में जुटेंगे लाखों श्रद्धालु, जानिए ऑनलाइन टिकट और दर्शन की व्यवस्था

Rajiv Kumar

नए साल की तैयारी: तिरुपति मंदिर में जुटेंगे लाखों श्रद्धालु, जानिए ऑनलाइन टिकट और दर्शन की व्यवस्था

आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में नए साल का स्वागत करने की तैयारियां जोरों पर हैं। हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए तिरुमाला पहुंचने वाले हैं। मंदिर प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि नए साल के अवसर पर 1 से 5 जनवरी तक यहां करीब 3 लाख भक्त दर्शन करेंगे।

भीड़ को देखते हुए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने विशेष इंतजाम किए हैं। वीआईपी दर्शन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, ताकि आम श्रद्धालुओं को दर्शन में परेशानी न हो।


नए साल पर भक्तों के लिए खास इंतजाम

  • भोजन व्यवस्था:
    मंदिर प्रशासन ने बताया कि एक दिन में 3 लाख श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
    • अन्नदान केंद्रों में भोजन वितरण के लिए अतिरिक्त काउंटर लगाए गए हैं।
    • रसोई में चार स्तर की निगरानी की जा रही है, ताकि खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
  • प्रसादम वितरण:
    TTD के सीईओ श्यामला राव ने बताया कि हर दिन साढ़े तीन लाख लड्डू प्रसादम तैयार किए जाएंगे।
  • ऑनलाइन टिकट:
    इस बार श्रद्धालुओं को श्रीवाणी पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन टिकट की सुविधा दी गई है। दर्शन के लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग करना अनिवार्य किया गया है।


महा उत्सव और वैकुंठ एकादशी की तैयारी

1 जनवरी से दर्शन के बाद, तिरुपति मंदिर में 10 जनवरी से वैकुंठ एकादशी के अवसर पर 9 दिन का महा उत्सव शुरू होगा।

  • इस उत्सव में स्वर्ण रथ उत्सव और चक्र स्नानम जैसे कार्यक्रम शामिल होंगे।
  • मान्यता है कि वैकुंठ एकादशी पर भगवान बालाजी के दर्शन से भक्तों को मोक्ष प्राप्त होता है।


पिछले विवाद और समाधान

हाल ही में तिरुपति मंदिर विवादों में भी रहा।

  • आरोप लगाए गए थे कि लड्डू प्रसादम बनाने में घी की जगह मछली का तेल और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था।
  • यह मामला राजनीतिक विवाद का कारण बना, लेकिन TTD प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।


कैसे लें ऑनलाइन टिकट?

  • दर्शन के लिए भक्त श्रीवाणी पोर्टल या TTD की आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
  • यह सुविधा भीड़ प्रबंधन को आसान बनाने और दर्शन अनुभव को सुगम बनाने के लिए शुरू की गई है।

 

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