प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पूर्व उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के जीवन पर आधारित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन पुस्तकों का विमोचन किया, जिनमें वेंकैया नायडू के जीवन और उनके योगदान को समर्पित विवरण है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर वेंकैया नायडू की महानता और उनके देश के प्रति सेवाभाव को सराहा। उन्होंने कहा कि वेंकैया नायडू की जीवनी और उनकी सेवाओं से लोग प्रेरित होंगे।
वेंकैया नायडू के जन्मदिन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने इन पुस्तकों का विमोचन करते हुए कहा, “कल 1 जुलाई को वेंकैया नायडू की जीवन यात्रा के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये 75 वर्ष असाधारण उपलब्धियों के रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज मुझे उनकी जीवनी के साथ-साथ दो और पुस्तकों का विमोचन करने का अवसर मिला है। मेरा मानना है कि ये पुस्तकें लोगों को प्रेरित करेंगी और उन्हें राष्ट्र सेवा की सही दिशा दिखाएंगी।”
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने आपातकाल के दौरान हुए घटनाओं को भी याद किया और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के संविधान की प्रतिष्ठा को धूमिल करके लगाए गए आपातकाल को 50 वर्ष हो गए हैं। वेंकैया जी आपातकाल के खिलाफ लड़ने वालों में से थे और उस समय वेंकैया जी लगभग 17 महीने जेल में रहे थे। मैं उन्हें अपना सच्चा साथी मानता हूं, जिनकी आपातकाल की अग्नि में परीक्षा हुई।”
प्रधानमंत्री ने वेंकैया नायडू की व्यक्तित्व में मानवीयता और सेवा की भावना को सराहा और उनके योगदान को समर्पित किया, जो उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज के लिए किया।