खड़गे का बयान: कांग्रेस को जमीनी स्तर तक सुधार की जरूरत, माहौल अनुकूल है लेकिन जीत की गारंटी नहीं

Rajiv Kumar

खड़गे का बयान: कांग्रेस को जमीनी स्तर तक सुधार की जरूरत, माहौल अनुकूल है लेकिन जीत की गारंटी नहीं

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक दिल्ली में आयोजित की गई। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस दौरान पार्टी में व्यापक सुधार और चुनावी रणनीति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऊपर से नीचे तक बदलाव की जरूरत है और चुनाव में माहौल पक्ष में होना जीत की गारंटी नहीं देता।


चुनावी रणनीति में बदलाव की आवश्यकता

खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने से पार्टी को सीखने की जरूरत है। चुनावी रणनीति में सुधार करते हुए दुष्प्रचार और गलत सूचना का सामना करने के लिए नए तरीकों को अपनाना होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि टाइम बाउंड प्लानिंग के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारी पहले से करनी होगी। वोटर लिस्ट की गहन जांच और ग्राउंड लेवल पर संगठन को सशक्त बनाने की आवश्यकता है।

पार्टी में अनुशासन और एकता की कमी

खड़गे ने पार्टी के भीतर अनुशासन और एकता की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि नेताओं के बीच आपसी बयानबाजी पार्टी के प्रदर्शन पर असर डाल रही है। पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर से लेकर AICC तक बदलाव जरूरी है।


EVM और चुनाव आयोग पर सवाल

मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि EVM की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है।


बीजेपी पर निशाना और पार्टी का मिशन

खड़गे ने मणिपुर से लेकर संभल तक की घटनाओं का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल विभाजनकारी मुद्दों को हवा देकर अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस का उद्देश्य इन ताकतों को हराना और देश के नागरिकों के एजेंडे को प्राथमिकता देना है।

कांग्रेस की आपत्तियां:

  1. वोटर लिस्ट में गड़बड़ी:
    जुलाई से नवंबर 2024 के बीच लगभग 47 लाख नए वोटर्स जोड़े गए, जिनमें से 50 विधानसभा क्षेत्रों में औसतन 50 हजार वोटर्स को शामिल किया गया।
  2. वोटिंग प्रतिशत में अचानक वृद्धि:
    मतदान के दिन शाम 5 बजे तक 58.22% वोटिंग दर्ज की गई, जो रात 11:30 बजे तक बढ़कर 65.02% हो गई।
  3. गिनती से पहले आंकड़ों की घोषणा:
    21 नवंबर को वोटिंग के अंतिम आंकड़े गिनती शुरू होने से कई घंटे पहले ही घोषित कर दिए गए।

 

Share This Article