भारत-चीन संबंधों में नई शुरुआत: विक्रम मिसरी की वांग यी से मुलाकात, प्रमुख मुद्दों पर चर्चा

Rajiv Kumar

भारत-चीन संबंधों में नई शुरुआत: विक्रम मिसरी की वांग यी से मुलाकात, प्रमुख मुद्दों पर चर्चा

 

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सोमवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा की। यह बैठक दोनों देशों के द्विपक्षीय हितों और सीमा मुद्दों को सुलझाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। दो दिवसीय चीन दौरे पर पहुंचे मिसरी ने इस दौरान चीनी अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।

विशेष प्रतिनिधि तंत्र के तहत मुलाकात

यह बैठक पिछले महीने रूस के कजान में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और वांग यी के बीच विशेष प्रतिनिधि तंत्र के तहत हुई वार्ता के बाद हुई है। चीन में मिसरी की यात्रा को दोनों देशों के बीच बढ़ती संवाद प्रक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।

वांग यी ने दिया सहयोग का संदेश

बैठक के दौरान, वांग यी ने कहा कि भारत और चीन को आपसी समझ और सहयोग बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेताओं द्वारा पहले तय की गई सहमतियों को लागू करने और संवाद प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है।

वांग ने कहा कि चीन-भारत के बेहतर संबंध दोनों देशों के नागरिकों और वैश्विक दक्षिण के हितों की रक्षा के लिए अनुकूल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन के बीच मजबूत संबंध एशिया और पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि में योगदान कर सकते हैं।

साझा मुद्दों पर चर्चा

चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने साझा चिंता के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। इसके अलावा, संवाद और आदान-प्रदान को मजबूत करने, तथा भारत-चीन संबंधों को स्थिर और स्वस्थ विकास की दिशा में ले जाने पर सहमति व्यक्त की।

मिसरी की अन्य बैठकों पर भी ध्यान

चीन पहुंचने के बाद, मिसरी ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय विभाग के प्रमुख लियू जियानचाओ से भी मुलाकात की। यह विभाग चीन की विदेश नीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाता है।

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