Medicine Price Hike: आम आदमी को 1 अप्रैल से बड़ा झटका लगने वाला है। 1 अप्रैल से 800 दवाओं की कीमतें बढ़ जाएंगी। इनमें पेनकिलर, एंटीबायोटिक और एंटी-इन्फेक्शन दवाएं शामिल हैं। सरकार ने होलसेल प्राइस इंडेक्स में बदलाव किए हैं। दवा कंपनियों का कहना है कि दवाओं की प्रोडक्शन लागत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में अब कीमतों में बढ़ोतरी से थोड़ी राहत मिलेगी।
2022 में दवाओं की कीमत में की गई थी बढ़ोतरी
बता दें साल 2022 में दवाओं की कीमत में रिकॉर्ड 12% और 10% की बढ़ोतरी की गई थी। वा की कीमत में बदलाव की मंजूरी साल में एक ही बार दी जाती है। इंडस्ट्री से जुड़े जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में ही दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमत में 15 से 130 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
पेरासिटामोल 130 प्रतिशत तक और एक्सीसिएंट्स का दाम 18-262% बढ़ गया है। इसके अलावा कई चीजों के दाम बढ़कर दोगुने हो गए हैं। इस लिस्ट में उन दवाओं को शामिल किया जाता है, जो अधिकतर लोगों के काम में आती हैं। आवश्यक दवाओं की लिस्ट में पैरासिटामोल जैसी दवाएं एजिथ्रोमाइसिन जैसी एंटीबायोटिक्स, एंटी एनीमिया दवाएं, विटामिन और मिनरल्स शामिल हैं।