महाकुंभ: फ्लाइट टिकट की बढ़ती कीमतों पर उठा बवाल, VHP ने एयरलाइंस पर लगाया अनुचित लाभ का आरोप
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले (Mahakumbh 2025) में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को अब हजारों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। फ्लाइट्स के टिकट महंगे होने से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ा ऐतराज जताते हुए सरकार से एयरलाइंस की मनमानी पर लगाम लगाने की मांग की है।
VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि जहां एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रख रही है, वहीं कुछ एयरलाइंस कंपनियां यात्रियों की संख्या बढ़ने का अनुचित लाभ उठा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फ्लाइट्स के इकोनॉमी क्लास किराए में 200 से 700 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी गई है।
बंसल ने बताया कि भारतीय रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार किया है और किराया भी सीमित रखा है। इसके उलट, एयरलाइंस मुनाफाखोरी कर रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं को महाकुंभ में आने और वहां से लौटने में कठिनाई हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रयागराज में महाकुंभ मेले के चलते हवाई किराए में करीब 600 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। मौनी अमावस्या जैसे प्रमुख स्नान के दिनों में यह समस्या और गंभीर हो गई है। बड़ी संख्या में लोग महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस से महाकुंभ के मद्देनजर हवाई किराए को तर्कसंगत बनाने को कहा है। DGCA ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है, जिससे प्रयागराज से हवाई संपर्क बढ़कर 132 उड़ानें हो गई हैं।
VHP ने सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें। बंसल ने कहा कि एयरलाइंस को श्रद्धालुओं का सम्मान करते हुए हवाई किराए को सीमित रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सरकार को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए।