कांग्रेस में विचारधारा की कमी: शर्मिष्ठा मुखर्जी का पार्टी पर बड़ा आरोप

कांग्रेस में विचारधारा की कमी: शर्मिष्ठा मुखर्जी का पार्टी पर बड़ा आरोप

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पार्टी में दरार आ चुकी है और कई पुराने नेता खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन की जरूरत है, क्योंकि शीर्ष नेतृत्व में विचारधारा और परंपराओं की कमी है।


शर्मिष्ठा के सवाल: प्रणब मुखर्जी के निधन पर सीडब्ल्यूसी की बैठक क्यों नहीं हुई?

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूछा कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक क्यों नहीं बुलाई गई। उन्होंने कहा:

  • “सीडब्ल्यूसी, कांग्रेस का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रणब मुखर्जी जैसे वरिष्ठ नेता के निधन पर पार्टी ने यह परंपरा नहीं निभाई।”
  • उन्होंने के. आर. नारायणन के निधन पर सीडब्ल्यूसी बैठक के उदाहरण का हवाला देते हुए इसे “जानबूझकर की गई लापरवाही” करार दिया।


सोशल मीडिया ट्रोलिंग और कांग्रेस में गिरावट

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस के सोशल मीडिया व्यवहार की आलोचना की। उन्होंने कहा:

  • “कांग्रेस का सोशल मीडिया तंत्र मेरे और मेरे पिता को ट्रोल करता रहा। पार्टी को सोशल मीडिया पर समय बर्बाद करने के बजाय आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।”
  • उन्होंने यह भी कहा कि कई पुराने कार्यकर्ता, जो पार्टी की विचारधारा में भरोसा रखते थे, अब खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।


मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने की मांग

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में स्मारक बनाए जाने और उन्हें भारत रत्न देने की मांग पर शर्मिष्ठा ने कहा:

  • “मनमोहन सिंह भारत में आर्थिक सुधारों के जनक थे। वह दो बार प्रधानमंत्री रहे। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाना चाहिए।”
  • उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि वह अब पार्टी का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन मनमोहन सिंह का सम्मान करना हर भारतीय का कर्तव्य है।


कांग्रेस में गैर-वंशवादी नेताओं के योगदान को नजरअंदाज किया गया

शर्मिष्ठा ने कहा कि कांग्रेस ने गैर-वंशवादी नेताओं के योगदान को नजरअंदाज किया है। उन्होंने पी. वी. नरसिम्हा राव के साथ हुए व्यवहार का उदाहरण दिया और कहा कि यह पार्टी की गिरती स्थिति का संकेत है।