यमन पर इस्राइली हमला: तेल टर्मिनल और बंदरगाह निशाने पर, 9 लोगों की मौत

Rajiv Kumar

यमन पर इस्राइली हमला: तेल टर्मिनल और बंदरगाह निशाने पर, 9 लोगों की मौत

इस्राइल ने हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले यमन पर बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में नौ लोगों की मौत हुई है। खबरों के मुताबिक, इस्राइली वायु सेना ने रास इसा तेल टर्मिनल, सलीफ बंदरगाह और राजधानी सना के बिजलीघरों पर हमले किए। टाइम्स ऑफ इस्राइल की रिपोर्ट के अनुसार, यह कार्रवाई हूती विद्रोहियों द्वारा मध्य इस्राइल पर किए गए मिसाइल हमले के जवाब में की गई।

 

कहां और कैसे हुआ हमला?

इस्राइली वायु सेना ने यमन पर दो चरणों में हमला किया।

  1. पहला हमला: लाल सागर स्थित रास इसा तेल टर्मिनल और सलीफ बंदरगाह को निशाना बनाया गया। सलीफ बंदरगाह पर सात और तेल टर्मिनल पर दो लोगों की मौत हुई। इस हमले में बंदरगाह पर मौजूद जहाजों को लाने के लिए उपयोग की जाने वाली आठ बोट पूरी तरह नष्ट हो गईं।
  2. दूसरा हमला: राजधानी सना में दो बिजलीघरों को निशाना बनाया गया।

हमले में इस्राइल वायु सेना के 14 लड़ाकू विमान शामिल थे।

 

इस्राइली सेना का बयान

इस्राइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि यह हमला हूती विद्रोहियों के बार-बार किए जा रहे हमलों का जवाब है। उन्होंने कहा,
“हमने उन ठिकानों पर हमला किया, जो हूती विद्रोही अपने सैन्य अभियानों के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हूतियों के हमले वैश्विक खतरा बन चुके हैं। इन हमलों के पीछे ईरान का हाथ है, जो हूती विद्रोहियों को फंडिंग और समर्थन दे रहा है।”

आईडीएफ ने यह भी कहा कि इस्राइल किसी भी दूरी से अपने नागरिकों पर खतरा पैदा करने वाले तत्वों पर हमला करने की क्षमता रखता है।

 

हमले का कारण

इस्राइल का कहना है कि हूती विद्रोही लगातार मिसाइल और ड्रोन हमलों के जरिए इस्राइल और अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों को निशाना बना रहे हैं।

  • हाल ही में हूती विद्रोहियों ने मध्य इस्राइल पर मिसाइल हमला किया था, जिसे इस्राइल ने रोक लिया।
  • हूती विद्रोही लाल सागर में जहाजों पर हमले कर वैश्विक शिपिंग को खतरे में डाल रहे हैं।

 

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