Table of Contents
Toggleबांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले से इस्कॉन चिंतित, गौरांग दास बोले- अल्पसंख्यकों की सुरक्षा अनिवार्य
इस्कॉन संस्था के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गौरांग दास ने शनिवार को बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।
सरकार से की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील
गौरांग दास ने कहा, “हम बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं। सरकार और अधिकारियों से अनुरोध है कि सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस्कॉन के सभी मंदिरों, देव प्रतिमाओं और भक्तों की रक्षा की जाए।”
उन्होंने बांग्लादेश की सरकार से सभी धर्मों को उनके धर्मस्थलों पर पूजा करने का अधिकार देने की अपील की। गौरांग दास ने कहा कि सभी अल्पसंख्यक, चाहे वह हिंदू, बौद्ध या ईसाई हों, को उनके अधिकारों की रक्षा मिलनी चाहिए।
पुलिस ने की एक व्यक्ति की गिरफ्तारी
पुलिस अधिकारी अबुल खैर ने जानकारी दी कि हिंदू देव प्रतिमाओं को तोड़ने के आरोप में 37 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।
संसद में उठा मुद्दा
भारत की संसद में भी बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर चर्चा हुई। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया कि 8 दिसंबर 2024 तक बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा के 2200 मामले और पाकिस्तान में 112 मामले सामने आए हैं।
छात्र आंदोलन बना हिंसा का कारण
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के फैसले के खिलाफ छात्र आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके कारण शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी। अंतरिम सरकार के रूप में मोहम्मद यूनुस ने सत्ता संभाली। इसके बाद से ही अल्पसंख्यकों पर हमलों में वृद्धि हुई।
मंदिरों पर हमले जारी
बांग्लादेश में लगातार हिंदू मंदिरों और मूर्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। इस गंभीर स्थिति पर बांग्लादेश सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस्कॉन और अन्य धार्मिक संगठनों ने जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की अपील की है।