हरियाणा के नारनौल निवासी 35 वर्षीय जवान संजय यादव असम में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव नूनी शेखपुरा पहुंचा, जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए:
CRPF की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर और बंदूकों से सलामी देकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा में मंत्री ओमप्रकाश यादव, जिला प्रशासन के नायब तहसीलदार गजे सिंह और सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
शहीद अपने पीछे पत्नी और दो छोटी बेटियां छोड़ गए हैं। उनकी एक बेटी की उम्र ढाई साल और दूसरी की उम्र करीब 6 साल है।
2006 में CRPF में भर्ती हुए थे:
शहीद संजय यादव 2006 में 68वीं बटालियन CRPF में भर्ती हुए थे। उन्होंने कई जगह ड्यूटी दी और इन दिनों वह असम में तैनात थे। 31 जनवरी को असम में हुए एक नक्सली हमले में उन्हें गोली लग गई, जिससे वे शहीद हो गए।
शहीद का भाई भी CRPF में तैनात:
संजय यादव का भाई पवन कुमार भी CRPF में शामिल होकर दिल्ली में सेवाएं दे रहा है।
शहीद को श्रद्धांजलि:
शहीद के पार्थिव शरीर के गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। शहीद को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाया गया। इस दौरान भारत माता की जय, वंदे मातरम और संजय यादव अमर रहे के नारे गूंजे।
मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा:
यह प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। एक जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हुआ है। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
यह एक वीर सैनिक की शहादत है, जो हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।
Leave a Reply
View Comments