किसान आंदोलन: धीरे-धीरे राहत मिल रही है, इंटरनेट और बॉर्डर खुल रहे हैं

हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन के चलते रोकी गई सेवाओं को बहाल करना शुरू कर दिया है। 13 फरवरी से बंद इंटरनेट सेवा आज सुबह हरियाणा के सात जिलों में बहाल कर दी गई है। इन जिलों में कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, फतेहाबाद, सिरसा, जींद और हिसार शामिल हैं।

इंटरनेट सेवा शुरू होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही सील किए गए रास्तों को भी खोल देगी।

किसान आंदोलन के चलते पंजाब से लगती हरियाणा की सीमाएं भी 13 फरवरी से सील थीं। पेहवा इलाके के ट्यूकर, इस्मा इलाहाबाद के कुम्हार माजरा बॉर्डर और नेशनल हाईवे 44 को मारकंडा नदी के पास सील कर दिया गया था।

दिल्ली में भी किसानों का दिल्ली कूच 29 फरवरी तक स्थगित होने के बाद दिल्ली प्रशासन ने राजधानी की तरफ बॉर्डर आंशिक रूप से खोलना शुरू कर दिया है। शनिवार को कुंडली-सिंघु बॉर्डर की सर्विस रोड से दिल्ली पुलिस ने बुलडोजर की मदद से बैरिकेड्स हटा दिए। बहादुरगढ़ में भी टीकरी बॉर्डर का एक हिस्सा खोल दिया गया है। पुलिस ने छह में से पांच लेयर की बैरिकेडिंग हटा दी है और रविवार सुबह तक वाहनों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है।

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