किसानों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करेगी कांग्रेस, निकालेगी ‘किसान न्याय यात्रा’
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने जा रही है। आगामी जनवरी में पार्टी उत्तर प्रदेश किसान सम्मान एवं न्याय पदयात्रा निकालने की योजना बना रही है। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस हर जिले में जाकर किसानों की समस्याओं को उठाएगी और उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेगी। इसे 2027 यूपी विधानसभा चुनाव की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
जनवरी में होगा यात्रा का खाका तैयार
कांग्रेस पार्टी 3 जनवरी को लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक करेगी। इस बैठक में यात्रा की योजना, रूट और मुख्य मुद्दों को अंतिम रूप दिया जाएगा। पार्टी के प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के कई बड़े नेता इस बैठक में शामिल होंगे। यात्रा के जरिए किसानों के मुद्दों को जनता के बीच व्यापक रूप से पहुंचाने की तैयारी की जाएगी।
राहुल गांधी की नीति से प्रेरित
कांग्रेस हमेशा किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता देती आई है। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा में भी किसानों के हितों को प्रमुखता से उठाया। पार्टी का मानना है कि किसानों के समर्थन से उसे हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में चुनावी सफलता मिली। इसी रणनीति के तहत कांग्रेस यूपी में 2027 चुनावों की तैयारी कर रही है।
‘किसानों के साथ हो रहा है अन्याय’
अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष अखिलेश शुक्ला ने कहा कि देश के किसानों की स्थिति बेहद खराब है। उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं और अपनी आवाज उठाने पर भी उन्हें रोका जा रहा है। दिल्ली पहुंचने वाले किसानों पर गोली और आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की आवाज सरकार तक पहुंचाने और उनके अधिकारों के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ने को तैयार है।
‘किसान कांग्रेस की रीढ़’
कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर प्रबल प्रताप शाही ने कहा कि किसान और मजदूर कांग्रेस की पहचान रहे हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी हमेशा किसानों के मुद्दे उठाते रहे हैं, लेकिन वर्तमान सरकारें उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही हैं। यूपी सरकार द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर किसानों को रोके जाने और उन पर बल प्रयोग करने को उन्होंने सरकार की असंवेदनशीलता बताया।