लाहौर में दमघोंटू हवा पर गुस्सा: स्वच्छ हवा और जलवायु न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे लोग
पाकिस्तान के लाहौर में प्रदूषण और जलवायु संकट से परेशान नागरिकों ने रविवार को सड़कों पर उतरकर स्वच्छ हवा और जलवायु न्याय की मांग की। सैकड़ों कार्यकर्ताओं और ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, जिसे पाकिस्तान किसान रबीता समिति (PKRC) और लेबर एजुकेशन फाउंडेशन (LEF) ने आयोजित किया था।
यह रैली लाहौर प्रेस क्लब से शुरू होकर एगर्टन रोड पर ऐवान-ए-इकबाल तक निकाली गई। प्रदर्शनकारी बैनर और तख्तियाँ लेकर जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
प्रदूषण और जलवायु संकट की चिंता
PKRC के महासचिव फारूक तारिक ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि जलवायु परिवर्तन से पैदा हुआ संकट उन समुदायों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है, जिन्होंने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में कोई भूमिका नहीं निभाई।
तारिक ने यह भी बताया कि पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों में जलवायु संकट के लिए जिम्मेदार अमीर देश अपनी जिम्मेदारी निभाने से बचते रहते हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावित समुदायों के लिए मुआवजा, स्वच्छ हवा के अधिकार और जलवायु न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया।
2022 की बाढ़: पाकिस्तान के लिए जलवायु चेतावनी
साल 2022 की बाढ़ को पाकिस्तान के इतिहास की सबसे गंभीर जलवायु आपदाओं में से एक माना जाता है। इस बाढ़ ने 33 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित किया, लाखों को विस्थापित किया और 1,700 से अधिक जानें लीं।