Alcohol Consumption: शराब पीने के मामले में महिलाओं की संख्या बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं, जो एक बदलते सामाजिक परिदृश्य का प्रतीक है। नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे (NFHS-5) के अनुसार, 2019 से 2022 के बीच महिलाओं में शराब के सेवन में वृद्धि दर्ज की गई है।
इस सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि अरुणाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा महिलाएं शराब पीती हैं, जहां 15 साल से ऊपर की 24 प्रतिशत लड़कियां शराब का सेवन करती हैं।
देशभर में, 15 से अधिक उम्र की लगभग 1.03 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती हैं, जिनमें 1.6 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों से और 0.6 प्रतिशत शहरी इलाकों से आती हैं। अरुणाचल प्रदेश के बाद, सिक्किम में सबसे ज्यादा महिलाएं शराब का सेवन करती हैं, जहां यह आंकड़ा 16 प्रतिशत है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या में वृद्धि हाल के वर्षों में ही नहीं हुई है। 2019 में केंद्रीय राज्य मंत्री रत्नलाल कटारिया ने बताया था कि देश की 1.50 करोड़ महिलाएं नशे की आदी हैं।
ये आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि महिलाओं में शराब का सेवन धीरे-धीरे एक सामान्य सामाजिक गतिविधि के रूप में उभर रहा है, और यह मिथक कि महिलाएं शराब नहीं पीतीं, तेजी से टूट रहा है।
इस बदलाव के पीछे कई सामाजिक और सांस्कृतिक कारण हो सकते हैं, जिनमें महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता में वृद्धि, सामाजिक स्वतंत्रता और बदलते जीवनशैली के पैटर्न शामिल हैं।