हरियाणा में जहरीली शराब कांड के बाद सरकार ने शराब की ट्रैकिंग व्यवस्था को सख्त किया

हरियाणा के यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत के बाद सरकार ने शराब की ट्रैकिंग व्यवस्था को सख्त करने का फैसला किया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को पंचकूला में एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट की रिव्यू मीटिंग की। इस बैठक में उन्होंने शराब की बोतलों को फैक्ट्री से लेकर दुकान तक ट्रैक करने के निर्देश दिए।

मीटिंग में चौटाला ने कहा कि शराब की बोतलों पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इस क्यूआर कोड को फैक्ट्री में उत्पादन के समय स्कैन किया जाएगा। इसके बाद इस क्यूआर कोड को बोतलों पर चिपकाया जाएगा। जब ये बोतलें गोदाम और दुकानों में पहुंच जाएंगी तो वहां भी इनका स्कैन किया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि शराब की बोतलें सही जगह से पहुंची हैं या नहीं।

चौटाला ने डिस्टलरीज और शराब ठेकेदारों पर लगाए गए जुर्माने की बकाया राशि को भी जल्द से जल्द वसूलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व की चोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस बैठक में विभाग के प्रधान सचिव देवेंद्र सिंह कल्याण, आयुक्त अशोक कुमार मीणा, उपमुख्यमंत्री के OSD कमलेश भादू, आबकारी विभाग के कलेक्टर आशुतोष राजन के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

नई व्यवस्था से क्या होगा फायदा?

शराब की ट्रैकिंग व्यवस्था को सख्त करने से निम्नलिखित फायदे होंगे:

  • जहरीली शराब की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
  • शराब की चोरी और तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी।
  • शराब के कारोबार में पारदर्शिता आएगी।
  • सरकार को राजस्व में वृद्धि होगी।

सरकार की यह पहल सराहनीय है। इससे जहरीली शराब की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी और शराब के कारोबार में पारदर्शिता आएगी।

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