Election Commission Data: देश में कुल मतदाताओं का ग्राफ 96.88 करोड़ तक पहुंच गया है जो 2019 के आम चुनाव के बाद से 6% बढ़ा है। मतदाता सूची के पुनरीक्षण के नतीजे बताते हैं कि इनमें महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है।
देश की कुल आबादी का 66.76 फीसदी युवा वोटर्स हैं। आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 18 से 29 साल उम्र वर्ग में 2 करोड़ नए मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 18 से 29 वर्षीय आयुस्तर में दो करोड़ नए मतदाता रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इससे देश में कुल मतदाताओं की संख्या 96.88 करोड़ तक पहुंच गई है,
जो 2019 के चुनाव के बाद से छह फीसदी की वृद्धि का प्रमाण है। साथ ही, महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है, जिससे महिला मतदाताओं की भारी भागीदारी है ।
SSR 2024 के अनुसार, 2.63 करोड़ नए मतदाता रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, जिनमें से 1.41 करोड़ महिला मतदाता हैं। इसके विपरीत, पुरुष मतदाताओं की संख्या केवल 1.22 करोड़ है।
वोटर्स का लैंगिक अनुपात 2023 में 940 था, जो 2024 में 948 हो गया है, जिससे साफ होता है कि महिलाएं नया उत्साह लेकर चुनावी प्रक्रिया में शामिल हो रही हैं।
यही नहीं, 2019 में इस अनुपात की संख्या 928 थी, जो महिलाओं की भागीदारी में इजाफा दर्शाता है। इसके अलावा, दिव्यांगों की भागीदारी भी 88.35 लाख तक पहुंची है। आयोग ने घर-घर जाकर आंकड़ों को जुटाया है,
और 8 फरवरी 2024 तक देश में कुल 96.88 लाख मतदाता हैं, जिनमें 49.72 करोड़ पुरुष और 47.15 करोड़ महिलाएं शामिल हैं, जबकि 88.35 लाख दिव्यांग हैं। आयु के आधार पर, 80 साल से ऊपर की उम्र वाले 1.85 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 2.38 लाख लोग सौ साल से ऊपर के हैं।
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