78 साल में कुछ नहीं सीखा… युवराज सिंह के पिता ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी, दिलाया इतिहास का अहसास
भारत और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों के बीच इन दिनों जमकर बयानबाजी हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी और टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और लगातार भारत पर निशाना साध रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने कहा था कि अगर भारत, पाकिस्तान से तीनों फॉर्मेट में 10-10 मैच खेले, तो उसे अपनी हकीकत का पता चल जाएगा। इस बयान पर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह भड़क गए और उन्होंने पाकिस्तान को उसकी असली जगह दिखा दी।
इतिहास से सबक ले पाकिस्तान
योगराज सिंह ने पाकिस्तान को उसकी पुरानी गलतियां याद दिलाते हुए कहा कि उसे भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान को मिली थी, लेकिन बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों से टीम इंडिया को वहां भेजने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि फाइनल उसके ही देश में होगा, लेकिन जब भारत खिताबी मुकाबले में पहुंचा, तो उससे यह मेजबानी भी छिन गई।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और वहां के कई पूर्व खिलाड़ी इसे हजम नहीं कर पा रहे हैं और निराधार बयानबाजी कर रहे हैं।
सुधरने का नाम नहीं ले रहा पाकिस्तान
सकलैन मुश्ताक की टिप्पणी पर करारा जवाब देते हुए योगराज सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा,
“मैंने सकलैन का बयान पढ़ा। वे आखिर कहना क्या चाहते हैं? उन्हें यह तक नहीं पता कि समर्थन कैसे किया जाता है। वे सिर्फ बोलते रहते हैं और इसीलिए उनके मुंह बंद हो जाते हैं। 78 साल में उन्होंने कुछ नहीं सीखा। मैं उन्हें क्या सिखा सकता हूं? जो अपने ही खिलाड़ियों को गालियां देते हैं, उन्हें कोई और क्या सिखाएगा?”
योगराज सिंह ने आगे कहा,
“उन्हें भारत और उसकी सरकार से सीखना चाहिए कि देश कैसे चलाया जाता है। जब भारत, पाकिस्तान से खेलता है, तो ऐसा लगता है जैसे किसी लोकल टीम से मुकाबला हो रहा हो। उन्हें हमारी बी टीम से खेलना चाहिए।”
ग्रुप स्टेज में ही खत्म हो गया सफर
पाकिस्तान का चैंपियंस ट्रॉफी में बेहद खराब प्रदर्शन रहा। मेजबान होने के बावजूद उसके क्रिकेट बोर्ड का कोई भी अधिकारी फाइनल में मौजूद नहीं था। PCB को उम्मीद थी कि टीम कुछ अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन पाकिस्तान ग्रुप स्टेज में ही दो मैच हारकर बाहर हो गया। इस निराशाजनक प्रदर्शन के कारण पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों की झल्लाहट साफ नजर आ रही है, जो अब बिना सिर-पैर की बयानबाजी कर रहे हैं।