केरल में 15 वर्षीय छात्र की आत्महत्या पर राहुल और प्रियंका गांधी की कड़ी प्रतिक्रिया

Rajiv Kumar

केरल में 15 वर्षीय छात्र की आत्महत्या पर राहुल और प्रियंका गांधी की कड़ी प्रतिक्रिया

 

केरल के कोच्चि में 15 वर्षीय छात्र की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्कूल में कथित रैगिंग और मानसिक प्रताड़ना के बाद हुई इस घटना पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस त्रासदी के लिए दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।

स्कूल में रैगिंग के बाद छात्र ने की आत्महत्या

15 जनवरी को कोच्चि के त्रिपुनिथरा में मिहिर अहमद नामक छात्र ने अपने 26वीं मंजिल के फ्लैट से कूदकर जान दे दी। स्कूल से घर लौटने के एक घंटे के भीतर उसने यह कदम उठाया। मिहिर की मां का आरोप है कि स्कूल में कुछ छात्रों ने उसके बेटे के साथ बेरहमी से रैगिंग की और उसे धमकाया। इस घटना के बाद मिहिर के परिवार ने केरल के पुलिस महानिदेशक (DGP) से न्याय की गुहार लगाई है।

राहुल गांधी बोले – “बदमाशी हानिरहित नहीं, यह जिंदगियां नष्ट कर देती है”

राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी बच्चा ऐसी पीड़ा न सहे, जो मिहिर ने सही। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,

“केरल के एक स्कूल में रैगिंग के कारण आत्महत्या करने वाले मिहिर अहमद की मौत दिल दहला देने वाली है। स्कूल, बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान होने चाहिए, लेकिन उसे वहां लगातार प्रताड़ित किया गया। दोषियों – बदमाशी करने वालों और इसे रोकने में विफल रहने वालों – को जवाबदेह ठहराना होगा।”

उन्होंने माता-पिता से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को करुणा, प्रेम और सहानुभूति सिखाएं और यदि कोई बच्चा कहे कि उसे धमकाया जा रहा है, तो उसकी बात पर विश्वास करें।

प्रियंका गांधी ने की न्याय की मांग

प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मिहिर की मां द्वारा लिखे गए पत्र को पढ़कर वह बेहद व्यथित हैं। उन्होंने लिखा,

“एक मां के रूप में, हम सभी अपने बच्चों की सुरक्षा और खुशी की कामना करते हैं। मैं कल्पना भी नहीं कर सकती कि मिहिर की मां को कितना दर्द और गुस्सा महसूस हो रहा होगा। न्याय के लिए उनकी लड़ाई बहादुरी और धैर्य का परिचय है।”

उन्होंने स्कूल प्रशासन से सच्चाई स्वीकार करने और जिम्मेदारी लेने की मांग की। साथ ही, उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि रैगिंग को रोकने और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून बनाए जाएं।

“मिहिर को रंग के कारण किया गया था परेशान” – मां का आरोप

मिहिर की मां ने आरोप लगाया कि उसका बेटा लगातार अपने रंग और शारीरिक बनावट के कारण निशाना बनाया जाता था। उन्होंने बताया कि मिहिर को पीटा गया, गाली-गलौज की गई और उसके अंतिम दिन उसे जबरन शौचालय ले जाकर सीट चाटने को मजबूर किया गया। यहां तक कि फ्लश करते समय उसका सिर शौचालय में धकेला गया।

 

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