साइबर क्राइम यूनिट ने गुरुग्राम में कोटक महिंद्रा बैंक के 3 मैनेजर और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। इन पर बैंक में 2 हजार खाते खोलकर साइबर क्राइम में इस्तेमाल करने का आरोप है। ये लोग साइबर ठगों को ठगी के लिए नए-नए खाते उपलब्ध करवाते थे।
18 नवंबर 2023 को एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि उसे एक फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को देवेंद्र बताया और कहा कि उसने अपने बेटे को इलाज के लिए हॉस्पिटल में दाखिल करवाया है। उसने 10 हजार रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने रुपए ट्रांसफर कर दिए, लेकिन बाद में पता चला कि देवेंद्र ने उसे कोई फोन नहीं किया था।
साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू की और 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान मोहित राठी (25), महेश कुमार (27), विश्वकर्मा मौर्या (28) और हयात (22) के रूप में हुई।
आरोपियों का बयान:
आरोपियों ने बताया कि मोहित राठी (असिस्टेंट मैनेजर), महेश कुमार (डिप्टी मैनेजर) और विश्वकर्मा मौर्या (डिप्टी मैनेजर) के तौर पर गुरुग्राम में MG रोड स्थित कोटक महिंद्रा बैंक में कार्यरत हैं। उन्होंने हयात के माध्यम से मेवात में साइबर ठगी गिरोह से संपर्क किया और साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने लगे। इसके बदले वे 15 से 20 हजार रुपए प्रति बैंक खाता लेते थे।
खोले गए फर्जी खाते:
आरोपी मोहित राठी, महेश कुमार और विश्वकर्मा मौर्या करीब 7 महीनों से कोटक महिंद्रा बैंक में नौकरी कर रहे थे और अब तक वे करीब 2 हजार बैंक खाते खोल चुके हैं। पुलिस यह पता लगा रही है कि इनके द्वारा खोले गए सभी फर्जी खाते ठगी में इस्तेमाल हुए हैं या नहीं।
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