हिमालय की तलहटी में, घने जंगलों से घिरा एक छोटा सा गांव है, जिसे 'मयूरपंखी' नाम से जाना जाता है। यह गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अनोखी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है।
मयूरपंखी गांव की सबसे खास बात यह है कि यहां विदेशियों का प्रवेश वर्जित है। इस नियम का कारण गांव के लोगों की प्राचीन मान्यताएं हैं। उनका मानना है कि बाहरी लोग गांव की शांति और समृद्धि को भंग कर सकते हैं।
मयूरपंखी गांव के लोग सरल और मिलनसार हैं। वे अपनी परंपराओं और संस्कृति को बहुत महत्व देते हैं। गांव में कोई भी आधुनिक सुविधाएं नहीं हैं, और लोग अभी भी पारंपरिक तरीकों से खेती और पशुपालन करते हैं।
यदि आप मयूरपंखी गांव की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको पहले गांव के मुखिया से अनुमति लेनी होगी। मुखिया आपको गांव के नियमों और परंपराओं के बारे में बताएगा, और यदि आप उनका पालन करने के लिए तैयार हैं, तो आपको प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
मयूरपंखी गांव में, आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं, गांव के लोगों के साथ समय बिता सकते हैं, और उनकी संस्कृति और परंपराओं के बारे में जान सकते हैं। आप यहां ट्रेकिंग, बोटिंग और कैंपिंग जैसी गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं।