Virat Kohli No Ball Controversy : IPL में ऊंचाई संबंधी नो बॉल के लिए सभी खिलाड़ियों की वेस्ट हाइट के आंकड़े पहले ही ले लिए गए थे। खिलाड़ी की हाइट के हिसाब से गेंद नो बॉल या फेयर डिलीवरी होती है। नियमानुसार गेंद बिना टप्पा खाए बैटर की कमर से ऊपर हो तो बीमर मानी जाती है, जो नो बॉल होती है। बैटर क्रीज के बाहर हो तब बॉल के कमर से ऊपर होने पर भी उसे बीमर नहीं माना जाता है। कोहली के साथ भी यही हुआ वह गेंद खेलते वक्त क्रीज से बाहर थे।
Virat was indeed out as per the official rule book. The rule states that for a delivery to be considered a no ball, the ball must be at waist height as it crosses the stepping crease.
In Kohli’s situation, while the ball was at waist height when he encountered it, as it crossed… pic.twitter.com/RHLHZpnnTg
— Star Sports (@StarSportsIndia) April 21, 2024
आरसीबी दोनों के लिए आहत हूं: नवजोत सिंह सिद्धू
उधर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर्स नवजोत सिंह सिद्धू और वसीम जाफर ने नियमों में बदलाव की वकालत की। सिद्धू ने कहा, न्याय का मतलब है दूध का दूध और पानी का पानी. मैं विराट के साथ-साथ आरसीबी दोनों के लिए आहत हूं। जब आपने हाइट का फंडा लाकर एक नियम बनाया. तो क्या आपने ये देखा कि वो अपने पंजों पर छह इंच ऊपर हैं. या उनका कद नापते हुए आपने उन्हें सात इंच की छूट दी। यह पहली बात है। ‘
आप बीमर को लीगलाइज कर रहे: नवजोत सिंह सिद्धू
सिद्धू ने आगे कहा, ‘सबसे बड़ी बात यह है कि आपने बीमर को लीगलाइज कर दिया. मेरे जमाने में जब गेंदबाज के हाथ से बॉल छूट गई और कमर से ऊपर आई तो गेंदबाज दोनों हाथ खड़े करके माफी मांगता था। लेकिन कल को कोई स्टेप आउट करके जाएगा और आप गेंद सर पर मारेंगे तो आप माफी नहीं मांगेंगे. क्या आप बीमर को लीगलाइज कर रहे हैं।
सिद्धू कहते हैं, ‘तीसरी चीज….जब गेंद उनके बल्ले पर लगी है तो वह कमर से 1-1.5 फुट ऊपर है और वह क्रीज के छह इंच बाहर हैं. गेंद एक फुट जाते-जाते दो फुट डीप कर गई. जब संदेह हो तो उसका लाभ बल्लेबाज को मिलना चाहिए. नियम बदलाव के लिए ही नहीं होते हैं, सुधार के लिए बनते हैं. इस नियम को लेकर फिर से विचार करना चाहिए और उसे बदलना चाहिए।’