रक्षाबंधन की रौनक को नशे से बचाना ही असली तोहफा: पारुल नागपाल का संदेश

रक्षाबंधन

रक्षाबंधन पर पारुल नागपाल का महिलाओं को विशेष संदेश
अंबाला में नशे की बढ़ती समस्या पर जताई चिंता

अंबाला: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर समाजसेवी पारुल नागपाल ने सभी माताओं और बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि नशे की लत के कारण हर साल अंबाला में लगभग 50 बहनों की राखी की खुशियां छिन जाती हैं। उन्होंने इस रक्षाबंधन पर संकल्प लेने की अपील की कि हर बहन के परिवार को खुशहाल और सुरक्षित रखा जाए।

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नशे से उजड़ रहे हैं परिवार
अंबाला में हर साल औसतन 50 युवा नशे के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, जिससे पूरे परिवार में अंधेरा छा जाता है। पारुल नागपाल ने इस गंभीर समस्या पर चिंता जताते हुए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील की है।

हरियाणा की धरती पर नशे का बढ़ता काला साया
पारुल नागपाल ने कहा कि हरियाणा, जो वीर सपूतों की धरती रही है, आज नशे की चपेट में आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले 8 वर्षों में अंबाला में हर साल 47 से 50 युवक नशे के कारण दम तोड़ रहे हैं। साल 2022 में 84 युवाओं की मौत नशे के कारण हुई थी, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।

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नशे की गिरफ्त में महिलाएं भी
पारुल नागपाल ने बताया कि 2021 में लगभग 95,863 लोग, जिनमें 28,283 महिलाएं शामिल थीं, नशे की वजह से अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे थे। 2022 से 2024 के बीच यह संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले साल जहरीली और नकली शराब से 12 लोगों की मौत हुई थी, जिससे कई परिवारों की खुशियां उजड़ गईं और भाई-बहन के रिश्ते का पवित्र त्योहार फीका पड़ गया।

प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग
पारुल नागपाल ने कहा कि नशे के खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है, और प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने सख्त कानून बनाने की मांग की ताकि इस स्थिति में सुधार लाया जा सके। पारुल नागपाल ने मातृ शक्ति के साथ मिलकर नशे के खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लिया है।