Rahu ka Rahasya: राहु का रहस्य ज्योतिष में छाया ग्रह का प्रभाव

Rahu ka Rahasya

Rahu ka Rahasya: राहु का रहस्य ज्योतिष में छाया ग्रह का प्रभाव

हिंदू ज्योतिष में राहु एक महत्वपूर्ण, लेकिन विवादास्पद ग्रह है। इसे ग्रहों में तो नहीं गिना जाता, परन्तु छाया ग्रह के रूप में इसका प्रभाव अत्यंत गहरा माना जाता है. राहु, जिज्ञासा, मोह, भ्रम और अलौकिक शक्तियों का कारक माना जाता है। आइए, राहु के इतिहास, कुंडली में उसके प्रभाव और इससे जुड़े उपायों को विस्तार से जानें।

राहु का इतिहास और पौराणिक कथा

राहु की कहानी समुद्र मंथन से जुड़ी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन से अमृत निकालने के लिए देवताओं और असुरों ने मिलकर काम किया था. अमृत निकलने पर जब उसका वितरण किया जा रहा था, तब राहु ने छल से देवताओं का रूप धार लिया और उनकी कतार में बैठ गया | चंद्रमा ने सूर्य को राहु की असली पहचान बता दी. इससे क्रोधित होकर सूर्य ने अपने तेज से राहु का सर काट दिया। लेकिन कुछ बूंद अमृत राहु के मुख में पहले ही पहुंच चुकी थीं, जिसके कारण वह अमर हो गया। हालांकि, सिर ना होने के कारण राहु को ग्रहों में शामिल नहीं किया गया, फिर भी ज्योतिष में उसके प्रभाव को महत्वपूर्ण माना जाता है। राहु और सूर्य के बीच का यह वैमनस्य ही ग्रहण का कारण माना जाता है।

राहु के सकारात्मक प्रभाव

कुंडली में अनुकूल स्थिति में स्थित राहु शुभ फल प्रदान करता है। आइए देखें राहु के कुछ सकारात्मक प्रभाव:

  • असाधारण प्रतिभा: राहु असाधारण प्रतिभा, अन्वेषणात्मक रुझान और गहन ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा जगा सकता है।
  • आर्थिक सफलता: राहु जातक को व्यापार में सफलता दिला सकता है। विदेशी व्यापार या गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में सफलता मिलने की भी संभावना रहती है।
  • राजनीतिक प्रभाव: राहु जातक को राजनीति में सफलता दिला सकता है। नेतृत्व क्षमता, जनता का समर्थन और तेजस्वी छवि दिलाने में राहु सहायक होता है।
  • मोक्ष की प्राप्ति: राहु आध्यात्मिकता और मोक्ष प्राप्ति की ओर भी प्रेरित कर सकता है।

राहु के नकारात्मक प्रभाव

कुंडली में प्रतिकूल स्थिति में स्थित राहु अशुभ फल भी दे सकता है। आइए देखें राहु के कुछ नकारात्मक प्रभाव:

  • असंयमित महत्वाकांक्षा: राहु अत्यधिक महत्वाकांक्षा जगा सकता है, जो कभी-कभी असंतोष और निराशा का कारण बन सकता है।
  • भ्रम और जुनून: राहु भ्रम, गलत फैसले और अंधेरे कार्यों की ओर प्रवृत्त कर सकता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं : राहु त्वचा संबंधी रोग, नींद की समस्या और मानसिक परेशानियां दे सकता है।
  • कानूनी विवाद: राहु जातक को कानूनी विवादों में उलझा सकता है।
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