Pune Porsche Car Accident News Update: पुणे पोर्शे एक्सीडेंट की जांच अब क्राइम ब्रांच करेगी। यरवडा थाना पुलिस ने ये केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया है। मामले में लापरवाही बरतने वाले यरवडा थाने के इंस्पेक्टर और ASI को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस पर आरोप है कि हादसे के बाद नाबालिग को थाने में स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया। साथ ही कंट्रोल रूम और आला अधिकारियों की हादसे की जानकारी नहीं दी गई।
पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार, 25 मई को पोर्श एक्सीडेंट केस में नाबालिग आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। उन पर फैमिली ड्राइवर को बंधक बनाने का आरोप है। इस मामले में पहले से ही नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल भी आरोपी हैं, जिन्हें पुलिस ने 21 मई को गिरफ्तार किया था।
इस हादसे में, नाबालिग आरोपी ने शराब के नशे में तेज रफ्तार से पोर्श कार चलाते हुए एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिससे मोटरसाइकिल सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उसे सुधार गृह भेज दिया गया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि नाबालिग के पिता विशाल अग्रवाल ने ड्राइवर को बदलने की कोशिश की थी और मामले को दबाने का प्रयास किया। अब, नाबालिग के दादा सुरेंद्र अग्रवाल पर भी आरोप है कि उन्होंने फैमिली ड्राइवर को बंधक बना कर रखा था ताकि वह मामले में सच्चाई को सामने न ला सके।
पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। सुरेंद्र अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कहा है कि वे इस मामले में और भी सबूत जुटा रहे हैं और दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।