पीएम मोदी का अमेरिका दौरा: क्यों खास है यह यात्रा और ट्रंप से किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी से दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर जाएंगे। यह उनके तीसरे कार्यकाल का दूसरा अमेरिकी दौरा होगा, जबकि बतौर प्रधानमंत्री यह उनका 10वां दौरा होगा।
इससे पहले पीएम मोदी दो दिन के लिए फ्रांस जाएंगे, जहां 10 फरवरी की शाम वह पेरिस पहुंचकर एलिसी पैलेस में आयोजित डिनर में शामिल होंगे और 11 फरवरी को एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे।
अमेरिका दौरे को लेकर विशेष चर्चा हो रही है। इस यात्रा से भारत को क्या लाभ होगा, और डोनाल्ड ट्रंप से उनकी क्या बातचीत हो सकती है? आइए विस्तार से जानते हैं।
ट्रंप से मुलाकात और कूटनीतिक संदेश
20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका पहुंचने वाले मोदी दूसरे राष्ट्राध्यक्ष होंगे। सबसे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका पहुंचे, और इसी हफ्ते जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा का भी दौरा प्रस्तावित है।
पीएम मोदी ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए थे, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। हालांकि, बाद में ट्रंप ने खुद फोन कर पीएम मोदी को अमेरिका आने का निमंत्रण दिया, जिससे भारत की कूटनीतिक स्थिति की मजबूती का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अमेरिका जाने वाले सबसे अधिक बार भारतीय पीएम
नरेंद्र मोदी सबसे ज्यादा बार अमेरिका जाने वाले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। पिछले 11 सालों में यह उनका 10वां दौरा होगा। उनसे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका की यात्रा की थी।
इसके अलावा, जवाहरलाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी ने 4-4 बार, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने 3-3 बार, पीवी नरसिम्हा राव ने 2 बार, जबकि मोरारजी देसाई और इंद्र कुमार गुजराल ने 1-1 बार अमेरिका का दौरा किया था।
अमेरिका के लिए भारत की अहमियत
भारत ने हाल के वर्षों में अपनी कूटनीतिक छवि को और मजबूत किया है। यही कारण है कि अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देशों के लिए भारत की अहमियत बढ़ी है। भारत अपने कुल हथियार आयात का 11% हिस्सा अमेरिका से करता है और उसने अमेरिका से अपाचे और चिनूक जैसे हेलीकॉप्टर खरीदे हैं।
अमेरिकी संसद में पीएम मोदी दो बार भाषण दे चुके हैं। जून 2023 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन ने उन्हें स्टेट विजिट पर बुलाया था। इससे पहले, डॉ. मनमोहन सिंह और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भी अमेरिका ने स्टेट विजिट का निमंत्रण दिया था।
मैडिसन स्क्वायर में हुआ भव्य आयोजन और ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम अमेरिका में पीएम मोदी की लोकप्रियता को दर्शाते हैं। भारत, अमेरिका के साथ क्वाड (QUAD) का भी महत्वपूर्ण सदस्य है। 2014 में पीएम मोदी बराक ओबामा के कार्यकाल में निवेश आमंत्रित करने के लिए अमेरिका गए थे।
ट्रंप से किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी की यह 8वीं मुलाकात होगी। इससे पहले, अर्जेंटीना और जापान में हुए G20 शिखर सम्मेलन और फ्रांस में हुए G7 शिखर सम्मेलन समेत दोनों नेता 7 बार मिल चुके हैं।
ट्रंप के पिछले भारत दौरे के दौरान अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस बार दोनों नेताओं के बीच व्यापार, रक्षा, इंडो-पैसिफिक रणनीति और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बातचीत हो सकती है।