Pancreatic Cancer: पैंक्रियाज यानी आंत का कैंसर के है ये लक्षण, संभल जाइए वरना हो सकती है मौत

Pancreatic Cancer: पैंक्रियाज एक गंभीर समस्या है. आज भारत में इस केस को मरीज बढ़ रहे है. पैंक्रियाज एक किस्म का आंत का कैंसर है. अगर आपको शुरुआती स्टेज पर पता लग ताजा है तो इसका इलाज आसान हो जाता है।

आमुमन ये ज्यादा धूम्रपान और खानपान में गड़बड़ी, लाइस्टाइल डिस्टर्ब होने के कारण आंतों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

आईए जाने है ये कैसे होता है, इसके लक्षण क्या है.

पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण
अगर इस बिमारी को समय रहते पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षणों की पहचान हो जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। ज्यादातर लोगों में यह जीवन की आदतें बदलना, खराब खानपान और स्मोकिंग व शराब का बहुत ज्यादा सेवन करने से होता है.

अगर आप ये सब करते है तो आपको आंतों का कैंसर होने सी संभावना है. आंत के कैंसर में पैंक्रियाज की कोशिकाओं के डीएनए में बदलाव होने लगता है और इसकी वजह से कैंसर कोशिकाओं का ग्रोथ बढ़ने लगती है। कैंसर कोशिकाएं एक साथ मिलकर ट्यूमर बनाती हैं

पैंक्रियाटिक कैंसर के कुछ मुख्य कारण इस तरह से हैं-

आनुवांशिक कारणों से
स्मोकिंग की आदत
खानपान में गड़बड़ी
बढ़ती उम्र के कारण
पैंक्रियाज में सूजन

पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षण-
पैंक्रियाटिक कैंसर की शुरुआत होने पर शरीर में ये लक्षण दिखाई देते हैं

भूख न लगना और पेट में गड़बड़ी
अचानक वजन कम होना
स्किन और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ना
पेशाब के रंग में बदलाव
पेट में तेज दर्द
थकान और कमजोरी
हाथ या पैर में दर्द और सूजन
पाचन संबंधी समस्याएं होना

बिमारी है तो इलाज भी है, आईए जानते है पैंक्रियाटिक कैंसर का इलाज और बचाव

पैंक्रियाटिक कैंसर का इलाज मरीज की शारीरिक स्थिति और बीमारी के आधार पर किया जाता है। शुरुआती स्टेज में पैंक्रियाटिक कैंसर का इलाज दवाओं और कुछ थेरेपी के माध्यम से किया जा सकता है। जब बीमारी गंभीर स्टेज में होती है, तब डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं.
इस बीमारी का अगर पता शुरुआती स्टेज में लग जाए तो इससे मरीज की जान बचाई जा सकती है। आखिरी स्टेज में इस बीमारी की पहचान होने पर मरीज की जान बचाना मुश्किल होता है।

इसके लक्षण
अगर आपको बार-बार पीलिया हो रही है, तो बिना देर किए डॉक्टर की सलाह लेकर जांच कराएं। पैंक्रियाटिक कैंसर से बचाव के लिए डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज शामिल करें।
इस बीमारी से बचने के लिए स्मोकिंग न करें और शराब का सेवन नियंत्रित करें। हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने से आप इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बच सकते हैं।