मलेरिया पर नई जीत: नई वैक्सीन खून में परजीवी को खत्म करने में प्रभावी
अफ्रीकी बच्चों पर किए गए चरण 2बी नैदानिक परीक्षण के अंतरिम नतीजों ने मलेरिया से लड़ाई में उम्मीद की नई किरण जगाई है। नई वैक्सीन आरएच5.1/मैट्रिक्स-एम को सुरक्षित और प्रभावशाली पाया गया है। यह वैक्सीन खून में मौजूद मलेरिया परजीवी को निशाना बनाती है, जो मलेरिया के लक्षण प्रकट होने का चरण होता है। इस महत्वपूर्ण शोध के नतीजे प्रतिष्ठित द लैंसेट इन्फेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।
मलेरिया: रोग और उसके लक्षण
मलेरिया प्लाज्मोडियम नामक परजीवी के कारण होता है, जो संक्रमित मादा ऐनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। इसके लक्षण 10-15 दिनों के भीतर बुखार, ठंड लगना जैसे हल्के लक्षणों से लेकर दौरे और सांस लेने में कठिनाई जैसे गंभीर लक्षणों तक पहुंच सकते हैं।
361 बच्चों पर सफल परीक्षण
बुर्किना फासो में किए गए परीक्षण में 361 बच्चों को वैक्सीन की तीन खुराकें दी गईं। इनमें से कुछ को रेबीज नियंत्रण वैक्सीन भी दी गई। दो अलग-अलग शेड्यूल पर परीक्षण किया गया:
- विलंबित शेड्यूल – दूसरी खुराक के चार महीने बाद तीसरी खुराक।
- मासिक शेड्यूल – दूसरी खुराक के एक महीने बाद तीसरी खुराक।
नतीजों के अनुसार, विलंबित शेड्यूल अधिक प्रभावी साबित हुआ, जिसकी प्रभावकारिता 55% रही, जबकि मासिक शेड्यूल की प्रभावकारिता 40% थी। विलंबित शेड्यूल वाले बच्चों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और एंटीबॉडी का उच्च स्तर देखा गया।
मौजूदा वैक्सीनों से बेहतर सुरक्षा
यह नई वैक्सीन मौजूदा मलेरिया वैक्सीन आरटीएस, एस/एएस01 और आर21/मैट्रिक्स-एम से अलग है।
- मौजूदा वैक्सीन लीवर में परजीवी को निशाना बनाते हैं।
- आरएच5.1/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन खून में मौजूद परजीवी को समाप्त करती है।
इससे मलेरिया के खिलाफ एक अतिरिक्त सुरक्षा स्तर मिलता है, जो इसे अन्य वैक्सीनों से अधिक प्रभावी बनाता है।