संसद में गांधी परिवार की नई उपस्थिति: प्रियंका गांधी का पहला कदम, संविधान की प्रति लेकर ली सांसद पद की शपथ

संसद में गांधी परिवार की नई उपस्थिति: प्रियंका गांधी का पहला कदम, संविधान की प्रति लेकर ली सांसद पद की शपथ

प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज पहली बार संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। केरल के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद, प्रियंका ने संविधान की प्रति हाथ में लेकर अपने पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। इस खास मौके पर उनके भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी भी बतौर सांसद मौजूद रहीं। अब प्रियंका के संसद में प्रवेश के साथ, गांधी परिवार के तीनों सदस्य—सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी—संसद में सक्रिय हैं।

वायनाड से प्रियंका की ऐतिहासिक जीत

प्रियंका गांधी ने हाल ही में वायनाड लोकसभा उपचुनाव में माकपा के सत्यन मोकेरी को चार लाख से अधिक वोटों से हराकर बड़ी जीत दर्ज की। यह सीट उनके भाई राहुल गांधी के खाली करने के बाद उपचुनाव के लिए तैयार हुई थी। प्रियंका ने अपने राजनीतिक अनुभव और कांग्रेस के लंबे इतिहास के साथ इस उपचुनाव में अपना पहला चुनाव लड़ा और शानदार प्रदर्शन किया।

शुरुआती जीवन और शिक्षा

प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी 1972 को नई दिल्ली में हुआ। उन्होंने देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल से पढ़ाई शुरू की, लेकिन 1984 में इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद सुरक्षा कारणों से उन्हें अपनी शिक्षा दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पूरी करनी पड़ी। प्रियंका ने 1993 में दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक और 2010 में यूनिवर्सिटी ऑफ संडरलैंड, यूके से बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया।

वाड्रा परिवार में कदम

1997 में प्रियंका गांधी ने दिल्ली के व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा से शादी की। दोनों के दो बच्चे हैं, बेटा रेहान वाड्रा और बेटी मिराया वाड्रा।

राजनीतिक करियर की शुरुआत

प्रियंका ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2004 के लोकसभा चुनाव में की, जब उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के लिए चुनाव प्रचार किया।

2019 में, उन्हें कांग्रेस का महासचिव बनाया गया और पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद, 2020 में उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया। 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ अभियान चलाकर महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया।

हालांकि, कांग्रेस को चुनाव में सफलता नहीं मिली, लेकिन प्रियंका की नेतृत्व क्षमता की तारीफ हुई।

वायनाड में प्रियंका की एंट्री

2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। बाद में उन्होंने रायबरेली को चुना और वायनाड सीट खाली हो गई। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को वायनाड से उपचुनाव में उतारा। यहां उन्होंने 622,338 वोट प्राप्त कर माकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नाव्या हरिदास को बड़े अंतर से हराया।

संसदीय राजनीति में गांधी परिवार की नई शुरुआत

प्रियंका गांधी का संसद में प्रवेश गांधी परिवार के राजनीतिक सफर का नया अध्याय है। प्रियंका के नेतृत्व में कांग्रेस के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जहां सोनिया गांधी राज्यसभा में और राहुल गांधी लोकसभा में सक्रिय हैं। प्रियंका का शपथ ग्रहण इस बात का प्रतीक है कि वह संसद में अपनी भूमिका को गंभीरता से निभाने के लिए तैयार हैं।