मोदी की अमेरिकी यात्रा: खालिस्तान, अवैध प्रवासियों और डिफेंस डील पर क्या मिला भारत को?जानें 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय अमेरिकी यात्रा के बाद भारत लौट रहे हैं। इस यात्रा में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की। खालिस्तानी गतिविधियों, अवैध प्रवासियों, व्यापार शुल्क और रक्षा समझौतों को लेकर हुई चर्चा से पाकिस्तान और चीन को भी चिंता हो सकती है।
आइए जानते हैं कि पीएम मोदी इस यात्रा से भारत के लिए क्या-क्या लेकर लौट रहे हैं:
1. अमेरिका से भारत को बड़ी डिफेंस डील
भारत और अमेरिका के बीच एफ-35 लड़ाकू विमानों से जुड़ा एक अहम रक्षा सौदा हुआ है। इस समझौते से भारत की वायुसेना को और मजबूती मिलेगी।
2. 26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण
पीएम मोदी ने अपनी कूटनीतिक सफलता दिखाते हुए 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर चर्चा की। अमेरिका ने इसके प्रत्यर्पण का आदेश दिया है, जिससे न्याय की राह साफ हो रही है।
3. भारत-अमेरिका व्यापार को मिलेगी नई दिशा
मोदी और ट्रंप के बीच व्यापार शुल्क को लेकर बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने 2030 तक भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
4. खालिस्तान और अवैध प्रवासियों का मुद्दा
अमेरिका में खालिस्तान समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों और अवैध भारतीय प्रवासियों के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच अहम चर्चा हुई। मोदी सरकार ने अमेरिका से इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
5. बंद कमरे में ट्रंप से विशेष बैठक
पीएम मोदी और ट्रंप के बीच एक विशेष बैठक भी हुई, जिसमें भारत-अमेरिका के रक्षा सहयोग, तकनीकी साझेदारी और व्यापारिक संबंधों को लेकर गहन चर्चा की गई।
6. टेस्ला प्रमुख एलन मस्क से मुलाकात
मोदी ने अमेरिका की यात्रा के दौरान टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से भी मुलाकात की। इस बैठक में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों और ग्रीन एनर्जी में निवेश को लेकर चर्चा हुई।
7. हाई-टेक इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स को बढ़ावा
मोदी सरकार अमेरिकी टेक कंपनियों के साथ मिलकर भारत में हाई-टेक इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने की योजना बना रही है। इस यात्रा में कई अहम समझौते हुए।
8. भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को राहत
अमेरिका में भारतीय आईटी पेशेवरों को वीजा नीतियों में छूट देने पर भी बातचीत हुई, जिससे भारतीय पेशेवरों को अमेरिका में नौकरी पाने में आसानी होगी।
9. एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा पर चर्चा
भारत और अमेरिका ने चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति जताई।
10. रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में नए समझौते
भारत और अमेरिका ने रक्षा तकनीक और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए कई नए समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे इसरो और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच साझेदारी और मजबूत होगी।