ब्रिटिश काल के कानून पर मोदी का प्रहार, कहा- ‘अगर मैं लाता तो क्या होता?’

ब्रिटिश काल के कानून पर मोदी का प्रहार, कहा- ‘अगर मैं लाता तो क्या होता?’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ‘लुटियन जमात’ और ‘खान मार्केट गैंग’ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ब्रिटिश काल के एक अजीबोगरीब कानून की याद दिलाते हुए सवाल किया कि इस पर इतने सालों तक चुप्पी क्यों साधी गई। एनएक्सटी कॉन्क्लेव 2025 में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि अगर यह कानून उनकी सरकार ने बनाया होता, तो देशभर में हंगामा मच जाता।

ब्रिटिश काल का कानून और मोदी सरकार का फैसला

पीएम मोदी ने बताया कि अंग्रेजों ने 150 साल पहले एक कानून बनाया था, जिसके तहत अगर किसी शादी में 10 से ज्यादा लोग डांस करते, तो पुलिस दूल्हे समेत सभी को गिरफ्तार कर सकती थी। यह कानून आजादी के 75 साल बाद भी जारी रहा, लेकिन उनकी सरकार ने इसे खत्म कर दिया।

उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “जो लोग हर मुद्दे पर कोर्ट में जनहित याचिकाएं दायर करने के लिए भागते हैं, वे इतने सालों तक इस कानून पर क्यों खामोश थे?”

‘अगर मोदी ऐसा कानून लाते तो?’

पीएम मोदी ने आगे कहा, “अगर मोदी ऐसा कोई कानून लाते, तो सोचिए क्या होता? सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ाई जातीं, प्रदर्शन होते, और मेरे बाल तक नोच लिए जाते!” लेकिन यह हमारी सरकार थी जिसने ब्रिटिश काल के इस बेतुके कानून को खत्म किया।

1500 अप्रासंगिक कानूनों को किया खत्म

पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में करीब 1500 पुराने और अप्रासंगिक कानूनों को खत्म किया है। इनमें एक कानून ऐसा था, जिसके तहत बांस काटने पर जेल हो सकती थी, क्योंकि इसे पेड़ माना जाता था। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदायों के जीवन के लिए आवश्यक बांस को अब कृषि उत्पाद घोषित किया गया है, जिससे हजारों लोगों को लाभ हुआ है।

भारत की बदलती तस्वीर

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत की विकास यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे देश डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रहा है, स्कूलों में बच्चे अब कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकें सीख रहे हैं, और अटल टिंकरिंग लैब्स छात्रों को नवाचार के अवसर दे रही हैं।

भारत बन रहा है वैश्विक ताकत

पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब केवल बैक ऑफिस नहीं, बल्कि दुनिया की नई फैक्ट्री बन रहा है। जहां पहले हम इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य उत्पादों का आयात करते थे, वहीं अब हम इनका उत्पादन कर रहे हैं और निर्यात भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत की कृषि उपज भी अब वैश्विक बाजारों में अपनी जगह बना रही है।

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