लोकसभा: संसद में प्रियंका गांधी का सवाल और मंत्री का जवाब, फलस्तीन का मुद्दा क्यों बना चर्चा का केंद्र?

लोकसभा: संसद में प्रियंका गांधी का सवाल और मंत्री का जवाब, फलस्तीन का मुद्दा क्यों बना चर्चा का केंद्र?

संसद का शीतकालीन सत्र जारी है, और इस बार का सत्र काफी हंगामेदार रहा है। सोमवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी संसद में एक अनोखे अंदाज में नजर आईं। वह एक ऐसा थैला लेकर पहुंचीं, जिस पर “फलस्तीन” लिखा था। इसके साथ ही, प्रियंका ने लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में इंसान और जानवरों के बीच बढ़ते संघर्ष से जुड़ा सवाल भी उठाया।

 

प्रियंका गांधी ने पूछा इंसान-जानवर संघर्ष का सवाल

प्रियंका गांधी ने लोकसभा में सवाल किया कि वायनाड में जानवरों के हमलों से प्रभावित लोगों के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में 90 से अधिक लोग जानवरों के हमलों से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा, उन्होंने इन घटनाओं से प्रभावित किसानों और आम लोगों को मुआवजा देने की मांग की।

मंत्री का जवाब:
इस सवाल पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा,
“मैं खुद वायनाड के तीन तालुका क्षेत्रों में गया हूं। प्रशासन और वन विभाग के साथ मिलकर एक टीम बनाई गई थी। हमारी सरकार ने इस मुद्दे पर जो भी कार्य किए हैं, उसकी जानकारी मैं प्रियंका गांधी को उपलब्ध कराऊंगा।”

 

वायनाड भूस्खलन त्रासदी पर विशेष राहत पैकेज की मांग

शनिवार को प्रियंका गांधी ने केरल के अन्य सांसदों के साथ मिलकर वायनाड भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की। उन्होंने संसद भवन के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया और “वायनाड के साथ भेदभाव बंद करो” जैसे नारे लगाए।

प्रियंका ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“सरकार वायनाड को विशेष पैकेज देने से इनकार कर रही है। हमने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को इस बारे में पत्र लिखा है। हिमाचल प्रदेश में भी प्राकृतिक आपदाओं के बाद मदद की मांग की गई थी। वायनाड के पीड़ितों के साथ राजनीतिक कारणों से भेदभाव नहीं होना चाहिए।”

 

फलस्तीन के प्रति प्रियंका गांधी का समर्थन

सोमवार को प्रियंका गांधी फलस्तीन के समर्थन में लिखे थैले के साथ संसद पहुंचीं, जिससे यह मुद्दा फिर चर्चा में आ गया। इससे पहले भी प्रियंका गाजा पट्टी में इस्राइली कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं।

पृष्ठभूमि:

  • प्रियंका ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाजा में कार्रवाई को “बर्बरता” करार दिया था।
  • हाल ही में, नई दिल्ली में फलस्तीन दूतावास के प्रभारी ने वायनाड उपचुनाव में प्रियंका की जीत पर उन्हें बधाई दी थी।

Exit mobile version