सुनील पाल और मुश्ताक अली के अपहरण का मास्टरमाइंड लवीपाल: यूपी पुलिस कर रही है खोज
बॉलीवुड अभिनेता मुश्ताक अली और हास्य कलाकार सुनील पाल के अपहरण और फिरौती वसूलने के मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों से पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस पूरे गिरोह का सरगना लवीपाल उर्फ हिमांशु है, जिसकी तलाश में यूपी पुलिस तेजी से छापेमारी कर रही है।
गिरोह का नेटवर्क: छोटे कलाकारों को बनाता था शिकार
लवीपाल बॉलीवुड के छोटे और उभरते कलाकारों से नजदीकियां बढ़ाकर उन्हें अपने जाल में फंसाता था। उसने मुंबई से दिल्ली तक आने-जाने की पूरी व्यवस्था संभाल रखी थी। उसके गिरोह के सदस्य सार्थक, अर्जुन कर्णवाल और अंकित पहाड़ी उसके इशारों पर काम करते थे।
जांच में सामने आया है कि गिरोह ने मुश्ताक अली, सुनील पाल, और राजेश पुरी से फिरौती वसूलने की योजना को अंजाम दिया। इसके अलावा, अरुण बख्शी से भी वसूली का प्रयास किया गया था।
मुंबई से दिल्ली तक साजिश का तानाबाना
लवीपाल पिछले तीन वर्षों से मुंबई में सक्रिय था और फिल्म इंडस्ट्री में कई लोगों के संपर्क में था। उसने पैसे का लालच देकर कई लोगों को अपने गिरोह में शामिल किया।
गिरोह के काम का तरीका बहुत संगठित था। लवीपाल की जिम्मेदारी मुंबई से कलाकारों को दिल्ली लाना थी। इसके बाद गिरोह के अन्य सदस्य अपहरण, बंधक बनाना और फिरौती वसूलने का काम करते थे।
बंधकों को रोकने और फिरौती की प्लानिंग
- सार्थक और अंकित पहाड़ी जैसे सदस्य बंधकों की निगरानी और फिरौती वसूलने का काम संभालते थे।
- अंकित पहाड़ी ने हास्य कलाकार सुनील पाल को बिजनौर के नजीबाबाद रोड स्थित एक बैंक्वेट हॉल में रखा था।
- बंधकों को रोकने और सुरक्षा व्यवस्था के लिए गिरोह के सदस्य हर छोटी-बड़ी चीज का ध्यान रखते थे।