- किसान नेता सरवण पंधेर बोले- हम रणनीति बनाएंगे
- किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर किसान की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद लिया फैसला
जींद/अंबाला/चंडीगढ़: पंजाब के किसानों ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली कूच करने का प्लान 2 दिन के लिए टाल दिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि अगले 2 दिन हम रणनीति बनाएंगे। किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर किसान की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद ये फैसला लिया है। वहीं, खनौरी-दातासिंहवाला बॉर्डर पर भी किसानों की तरफ से सफेद झंडा लहराया गया, इसके जवाब में प्रशासन ने भी सफेद झंडा लहरा दिया। फिलहाल दोनों तरफ से शांति बनी हुई है। इससे पहले दिनभर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव चला। पुलिस ने रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों को दिनभर रोका।
इधर खनौरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई। किसान पंजाब के बठिंडा का रहने वाला था। उसके अलावा 12 अन्य किसान भी घायल हैं, इनमें से दो की हालत गंभीर है। वहीं टोहाना बॉर्डर पर तैनात एसआई विजय कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीं, जींद के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया- किसान आंदोलन के दौरान कुछ लोगों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची डाल दी। इसके बाद पुलिस पर हमला कर दिया। धुआं ज्यादा होने की वजह से काफी किसानों ने तलवार, भालों और गंडासों से पुलिस पर हमला किया। हमले में 12 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
शंभू बॉर्डर पर लगातार आंसू गैस छोड़े जाने से किसान आंदोलन के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर को आंसू गैस का एक्सप्लोजर हुआ है, उन्हें प्रदर्शन स्थल से बाहर ले जाया गया। आंदोलन के दूसरे बड़े नेता जगजीत डल्लेवाल को भी आंसू गैस की वजह से सांस लेने में प्रॉब्लम हुई है। उन्हें भी बाहर ले जाया गया। इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने फिर से किसानों को बातचीत का न्योता भेजा। इससे पहले 4 बार बैठकों का कोई नतीजा नहीं निकला है। किसान आंदोलन का आज 9वां दिन था। इस दौरान अलग-अलग वजहों से तीन पुलिसकर्मियों समेत 6 की मौत हो चुकी है।
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