रोहित शर्मा के टी-20 क्रिकेट से संन्यास के बाद, भारत के अगले टी-20 कप्तान (India’s Next T-20 captain) की तलाश जारी है। इस रेस में कई दमदार दावेदार हैं, जिनमें हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं।
1. हार्दिक पांड्या:
- दावा मजबूत होने की वजह:
- अनुभव: 100 टी-20 मैचों का अनुभव, 16 में कप्तानी
- नेतृत्व कौशल: गुजरात टाइटंस को IPL चैंपियन बनाया
- जीत का प्रतिशत: 5 बाइलेटरल सीरीज में से 4 में जीत
- कमजोरियां:
- मुंबई इंडियंस में खराब प्रदर्शन
- कमजोर बल्लेबाजी औसत (कप्तानी में)
2. ऋषभ पंत:
- दावा मजबूत होने की वजह:
- अदम्य जिद्द: गंभीर चोट के बाद वापसी, T20 WC में शानदार प्रदर्शन
- नेतृत्व अनुभव: IPL में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल तक पहुंचाया
- विकेटकीपिंग कौशल: धोनी जैसी रणनीति
- कमजोरियां:
- लापरवाही: गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होने की प्रवृत्ति
- कम कप्तानी का अनुभव
3. सूर्यकुमार यादव:
- दावा मजबूत होने की वजह:
- शानदार प्रदर्शन: 68 मैचों में 2340 रन, 167.74 की स्ट्राइक रेट
- जीत का प्रतिशत: 7 में से 5 मैचों में जीत (कप्तानी में)
- मुंबईकर होने का फायदा: 4 मुंबईकर पहले कप्तान रह चुके हैं
- कमजोरियां:
- कम कप्तानी का अनुभव
- उम्र (33 साल)
4. जसप्रीत बुमराह:
- दावा मजबूत होने की वजह:
- सीनियर खिलाड़ी: रोहित, कोहली और जडेजा के बाद सबसे सीनियर
- 100% सफलता दर: 2 मैचों में कप्तानी, 2 जीत
- कमजोरियां:
- चोटों का खतरा
- गेंदबाजों को कम ही कप्तानी मिलती है
फिलहाल, हार्दिक पांड्या दावेदारों में सबसे आगे हैं। उनके पास अनुभव, नेतृत्व कौशल और जीत का अच्छा रिकॉर्ड है।
लेकिन, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह भी रेस में बने हुए हैं।
अंतिम फैसला भारतीय क्रिकेट बोर्ड को लेना होगा, वे किस खिलाड़ी में भविष्य के कप्तान को देखते हैं।