भारत की कोशिश: भगोड़े अपराधियों को लाने की तैयारी, बड़ी लिस्ट पर काम जारी
तहव्वुर राणा का रास्ता साफ
2008 के मुंबई आतंकी हमलों के दोषी तहव्वुर हुसैन राणा के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी देते हुए उनकी अंतिम कानूनी याचिका खारिज कर दी। राणा के अलावा, भारत कई अन्य भगोड़ों को वापस लाने के लिए प्रयासरत है।
प्रमुख भगोड़े और उनके मामले
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तहव्वुर हुसैन राणा
- पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी, 26/11 मुंबई हमलों में शामिल।
- लश्कर-ए-तैयबा को सहायता प्रदान करने का दोषी।
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विजय माल्या
- 9,000 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट केस में वांटेड।
- 2016 में भारत से भागकर ब्रिटेन में रह रहे हैं।
- किंगफिशर एयरलाइंस धोखाधड़ी मामले में भगोड़ा घोषित।
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अनमोल बिश्नोई
- खूंखार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई।
- अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार।
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नीरव मोदी और मेहुल चोकसी
- 14,000 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपी।
- नीरव मोदी लंदन में जेल में बंद, प्रत्यर्पण की कोशिश जारी।
- मेहुल चोकसी एंटीगुआ में छिपा हुआ है।
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अर्श दल्ला
- खालिस्तान टाइगर फोर्स का नेता।
- कनाडा में रह रहा है, 50 से ज्यादा आपराधिक मामलों में वांटेड।
अमेरिका और अन्य देशों से सहयोग
मोदी सरकार ने कहा है कि भगोड़ों की सबसे बड़ी संख्या अमेरिका में छिपी हुई है। भारत इन्हें प्रत्यर्पित करने के लिए कई स्तरों पर काम कर रहा है।