रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय सेना को मजबूत बनाने के लिए 39,125 करोड़ रुपये के पांच रक्षा खरीद सौदों को मंजूरी दी। यह कदम भारत की रक्षा क्षमताओं को आत्मनिर्भर बनाने और विदेशी निर्भरता कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मिग-29 विमानों के एयरो इंजन की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को अनुबंध दिया गया है। लार्सन एंड टर्बो (L&T) को दो अनुबंध मिले हैं – एक क्लोज-इन हथियार प्रणाली (CIWS) और दूसरा उच्च-शक्ति रडार की खरीद के लिए। ब्रह्मोस मिसाइलों की खरीद के लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ दो अनुबंधों को अंतिम रूप दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इन सौदों से स्वदेशी क्षमताओं को मजबूती मिलेगी। विदेशी मुद्रा की बचत होगी और भविष्य में विदेशी मूल के उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता कम होगी। रक्षा क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। भारतीय सेना को आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे उसकी लड़ाई लड़ने की क्षमता में वृद्धि होगी।
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