रक्षा सहयोग में द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए भारत और जर्मनी ने मंगलवार को बर्लिन में भारत-जर्मनी उच्च रक्षा समिति की बैठक आयोजित की। बैठक में दोनों देशों ने रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने पर सहमति जताई।
हिंद-प्रशांत में संयुक्त सैन्य अभ्यास:
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में दोनों देशों ने सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास करने पर सहमति जताई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने किया, जबकि जर्मन प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जर्मन रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव बेनेडिक्ट जिमर ने किया।
भारत-जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी:
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बैठक में भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की गई, जिसमें द्विपक्षीय मुद्दे शामिल थे। दोनों देशों ने क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर अपनी-अपनी राय साझा की और इंडो-पैसिफिक में दोनों देशों की सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास पर भी चर्चा की। साथ ही रक्षा औद्योगिक परियोजनाओं और प्रस्तावों पर भी बातचीत हुई।
रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति:
बैठक में दोनों देशों ने रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बैठक में रक्षा में उच्च प्रौद्योगिकी में सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया। उच्च रक्षा समिति की बैठक पिछले साल जर्मन संघीय रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस की भारत यात्रा के बाद आयोजित की गई है।
रक्षा सचिव की जर्मनी यात्रा:
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने बर्लिन में प्रमुख थिंक टैंक जर्मन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड सिक्योरिटी अफेयर्स (स्टिफ्टंग विसेनशाफ्ट एंड पॉलिटिक) के साथ भी बातचीत की।
Leave a Reply
View Comments