IND vs AUS: यशस्वी जायसवाल के विवादित आउट पर बोले रोहित शर्मा, “टेक्नोलॉजी 100% सही नहीं”
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को करारी हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पांचवें दिन 184 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। इस मैच में यशस्वी जायसवाल के विकेट को लेकर विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी। इस मुद्दे पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने अब अपनी प्रतिक्रिया दी है।
क्या था यशस्वी जायसवाल का विकेट विवाद?
मैच के चौथे दिन, यशस्वी जायसवाल को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पैट कमिंस की एक बाउंसर पर आउट दिया गया। यशस्वी ने पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के दस्तानों में चली गई।
- मैदानी अंपायर का फैसला: ऑस्ट्रेलिया की अपील पर अंपायर ने यशस्वी को नॉट आउट करार दिया।
- रिव्यू के बाद फैसला: ऑस्ट्रेलिया ने DRS लिया। स्निको मीटर में स्पष्ट संकेत नहीं दिखा कि गेंद बल्ले या दस्ताने से लगी थी, लेकिन तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दे दिया।
- दर्शकों का गुस्सा: इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने ऑस्ट्रेलियाई टीम पर “चीटिंग” के आरोप लगाए।
रोहित शर्मा का बयान
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यशस्वी के विवादित विकेट पर सवाल पूछे जाने पर रोहित शर्मा ने कहा:
“मुझे तकनीक के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना। पहली नजर में ऐसा नहीं लगा कि गेंद ने बल्ले को छुआ। लेकिन यह तकनीकी मामला है, और हम जानते हैं कि यह 100% सही नहीं होता। मैं बस इतना कह सकता हूं कि हम इस मामले में थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे।”
रोहित ने यह भी माना कि भारत ने बल्लेबाजी में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया, जिससे हार का सामना करना पड़ा।
भारत की हार और स्थिति
- लक्ष्य: भारत को 340 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम 155 रन पर सिमट गई।
- मेजबान टीम का प्रदर्शन: ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा, और भारत को पूरे दिन तक टिकने का मौका नहीं दिया।
- सीरीज का स्कोर: इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने चार मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।
रोहित ने टीम के प्रदर्शन पर क्या कहा?
रोहित ने माना कि भारतीय बल्लेबाजों ने कठिन परिस्थितियों में सही तरीके से जवाब नहीं दिया।
“हमने मौका बनाया, लेकिन इसे भुनाने में असफल रहे। टेस्ट क्रिकेट में आपको हर सत्र में संघर्ष करना पड़ता है, और यहीं हम पीछे रह गए।”