Lok Sabha चुनावों पर Deepfake का असर और इनकी पहचान कैसे करें

Lok Sabha चुनावों पर Deepfake का असर और इनकी पहचान कैसे करें

लोकसभा चुनावों के दौरान Deepfake एक गंभीर मुद्दा बन गया है। इन फर्जी वीडियो का इस्तेमाल गलत सूचना फैलाने और मतदाताओं को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है।

Deepfake क्या है?

Deepfake वीडियो एडिटेड वीडियो होते हैं जिनमें AI तकनीक का इस्तेमाल किसी व्यक्ति के चेहरे को दूसरे व्यक्ति के चेहरे से बदलने के लिए किया जाता है। इन वीडियो का इस्तेमाल गलत बयान या भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए किया जा सकता है।

लोकसभा चुनावों पर Deepfake का असर:

  • गलत सूचना: Deepfake वीडियो का इस्तेमाल गलत सूचना फैलाने और मतदाताओं को गुमराह करने के लिए किया जा सकता है। इससे चुनावों में निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं।
  • प्रतिष्ठा को नुकसान: Deepfake वीडियो का इस्तेमाल किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है। इससे उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने की संभावना पर असर पड़ सकता है।
  • सामाजिक अशांति: Deepfake वीडियो का इस्तेमाल सामाजिक अशांति और हिंसा भड़काने के लिए भी किया जा सकता है।

Deepfake की पहचान कैसे करें:

  • लिप्सिंग: Deepfake वीडियो में, अक्सर लिप्सिंग और ऑडियो मेल नहीं खाते हैं।
  • चेहरे की गति: Deepfake वीडियो में, चेहरे की गति और भावनाएं प्राकृतिक नहीं लग सकती हैं।
  • वीडियो की गुणवत्ता: Deepfake वीडियो में, वीडियो की गुणवत्ता खराब हो सकती है या इसमें कलाकृतियां हो सकती हैं।
  • स्रोत: Deepfake वीडियो अक्सर अज्ञात या संदिग्ध स्रोतों से आते हैं।

Deepfake से बचाव कैसे करें:

  • विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।

  • वीडियो साझा करने से पहले उसकी जांच करें।

  • अगर कोई वीडियो आपको संदिग्ध लगे, तो उस पर विश्वास न करें।

  • Deepfake वीडियो की रिपोर्ट करें।

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