तिरुपति मंदिर में आस्था और पवित्रता: 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों को किया गया बाहर

Rajiv Kumar

तिरुपति मंदिर में आस्था और पवित्रता: 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों को किया गया बाहर

 

तिरुपति मंदिर के प्रबंधन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों को या तो स्थानांतरण (ट्रांसफर) लेने या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) अपनाने का निर्देश दिया है। बोर्ड का कहना है कि यह निर्णय मंदिर की आध्यात्मिक पवित्रता बनाए रखने की प्रतिबद्धता के तहत लिया गया है।

क्यों लिया गया यह फैसला?

TTD प्रशासन ने पाया कि कुछ गैर-हिंदू कर्मचारी मंदिर के त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल होने के साथ-साथ अन्य धार्मिक गतिविधियों में भी भाग ले रहे थे। इस कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उन्हें हटाने का आदेश जारी किया गया।

TTD के चेयरमैन का बयान

TTD बोर्ड के चेयरमैन बी. आर. नायडू ने कहा कि मंदिर की पवित्रता को बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन कर्मचारियों को या तो अन्य सरकारी विभागों में स्थानांतरित किया जाएगा या VRS का विकल्प दिया जाएगा।

कर्मचारियों को विकल्प चुनना होगा

बोर्ड ने पहले भी इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था, जिसके तहत TTD के गैर-हिंदू कर्मचारियों को या तो VRS लेना होगा या आंध्र प्रदेश सरकार के अन्य विभागों में स्थानांतरण के लिए आवेदन करना होगा।

 

 

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