Digital Footprint: हर कदम आपके बारे में कहानी सुनाता है

Rajiv Kumar

Digital Footprint: हर कदम आपके बारे में कहानी सुनाता है

आज के डिजिटल युग में, हम इंटरनेट पर हर गतिविधि के साथ अपनी जानकारी के निशान छोड़ते हैं। इन सभी निशानों को मिलाकर डिजिटल फुटप्रिंट कहा जाता है।

यह फुटप्रिंट आपके द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट, शेयर किए गए लेख, ऑनलाइन किए गए खरीदारी, सब्सक्राइब किए गए न्यूज़लेटर, लिखे गए रिव्यू, और भी बहुत कुछ से बनता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी जानकारी सिर्फ आपके द्वारा किए गए कार्यों से ही नहीं मिलती?

कई वेबसाइटें और ऐप्स आपकी गतिविधियों को ट्रैक करके आपके बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं। वे आपके डिवाइस में कुकीज़ इंस्टॉल करके ऐसा करते हैं।

डिजिटल फुटप्रिंट दो प्रकार के होते हैं:

1. एक्टिव डिजिटल फुटप्रिंट:

  • यह तब बनता है जब आप जानबूझकर अपनी जानकारी इंटरनेट पर साझा करते हैं।
  • जैसे: सोशल मीडिया पर पोस्ट करना, ब्लॉग लिखना, ऑनलाइन फॉर्म भरना, आदि।

2. पैसिव डिजिटल फुटप्रिंट:

  • यह तब बनता है जब आपकी जानकारी आपकी सहमति के बिना इकट्ठा की जाती है।
  • जैसे: वेबसाइटों द्वारा कुकीज़ का उपयोग, ऐप्स द्वारा डेटा का संग्रह, आदि।

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