नेहरू के ऐतिहासिक पत्र लौटाने की मांग: पीएम संग्रहालय ने राहुल गांधी को लिखा पत्र
प्रधानमंत्री संग्रहालय और लाइब्रेरी ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के निजी पत्रों की वापसी की मांग की है। यह पत्र सोनिया गांधी द्वारा वर्ष 2008 में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान संग्रहालय से मंगवाए गए थे। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री संग्रहालय के सदस्य रिजवान कादरी ने 10 दिसंबर 2024 को राहुल गांधी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि ये पत्र, उनकी फोटो प्रतियां और डिजिटल प्रतियां संग्रहालय को वापस लौटाई जाएं।
यह पहली बार नहीं है जब इन ऐतिहासिक दस्तावेजों की वापसी की मांग उठाई गई हो। इससे पहले सितंबर 2024 में भी प्रधानमंत्री संग्रहालय ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इन दस्तावेजों को लौटाने का अनुरोध किया था।
पंडित नेहरू के ये पत्र भारतीय इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। ये दस्तावेज नेहरू और एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, जयप्रकाश नारायण, पद्मजा नायडू, विजय लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली, बाबू जगजीवन राम, और गोविंद वल्लभ पंत जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के बीच हुए संवादों को संरक्षित करते हैं।
इन पत्रों को मूल रूप से 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को सौंपा गया था। अब, इस संग्रहालय को प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है।
बताया जाता है कि यूपीए सरकार के दौरान, इन पत्रों को सोनिया गांधी के आग्रह पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम से मंगवाया गया था। अब संग्रहालय प्रशासन का कहना है कि ये पत्र राष्ट्रीय धरोहर हैं और इन्हें संग्रहालय में लौटाना जरूरी है।
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