सिद्धू के नींबू-हल्दी वाले नुस्खे पर विवाद: 850 करोड़ का नोटिस, कैंसर इलाज के दावे पर उठे सवाल

सिद्धू के नींबू-हल्दी वाले नुस्खे पर विवाद: 850 करोड़ का नोटिस, कैंसर इलाज के दावे पर उठे सवाल

पंजाब कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का कैंसर के इलाज को लेकर दिया गया बयान विवादों में घिर गया है। उन्होंने अपनी पत्नी नवजोत कौर के कैंसर को नींबू पानी, कच्ची हल्दी और दालचीनी के सेवन से ठीक होने का दावा किया था। इस बयान को लेकर छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने उन्हें 860 करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस भेजा है।


क्या है मामला?

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी ने कहा कि सिद्धू के इस दावे से कैंसर मरीज भ्रमित हो सकते हैं और एलोपैथिक उपचार पर उनका भरोसा कम हो सकता है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने चौथी स्टेज के कैंसर का इलाज आयुर्वेदिक नुस्खों से करने का दावा किया है, जो बिना वैज्ञानिक प्रमाण के दिया गया है।


नवजोत कौर का कैंसर से संघर्ष

सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू 2022 से कैंसर से जूझ रही थीं। सिद्धू ने बताया कि जब वह जेल में थे, उस समय कौर को चौथी स्टेज का कैंसर होने की जानकारी मिली। सिद्धू ने कहा कि उनकी पत्नी ने 40 दिनों में कैंसर को हराया, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।


सिद्धू का विवादित बयान

सिद्धू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा:

“डॉक्टर ने 5% ठीक होने की संभावना जताई थी। लेकिन हमने नींबू, हल्दी, और नीम के पत्तों जैसे प्राकृतिक उपायों के साथ कैंसर को मात दी।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने कौर के इलाज के दौरान खानपान में बदलाव किया और रिफाइंड, मैदा, और तली-भुनी चीजों से परहेज करवाया।


मेडिकल समुदाय की प्रतिक्रिया

सिद्धू के दावे को मेडिकल विशेषज्ञों ने खारिज कर दिया।

  • टाटा मेमोरियल अस्पताल के 262 कैंसर विशेषज्ञों ने बयान जारी कर कहा कि सिद्धू के दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
  • उनका कहना है कि नींबू और हल्दी जैसे उत्पादों पर शोध चल रहा है, लेकिन इन्हें कैंसर का इलाज कहना गलत और भ्रामक है।


सिविल सोसायटी की मांग

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने सिद्धू को कानूनी नोटिस भेजते हुए कहा है:

  1. सात दिन में प्रमाण प्रस्तुत करें: सिद्धू को अपने दावों के समर्थन में प्रमाणित दस्तावेज प्रस्तुत करने और माफी मांगने को कहा गया है।
  2. 850 करोड़ रुपये का हर्जाना: ऐसा न करने पर 850 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा जाएगा।
    सोसायटी का कहना है कि सिद्धू के बयान से मरीज गलत दिशा में जा सकते हैं और अपने जीवन को खतरे में डाल सकते हैं।