CAA News: नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लागू हुए 1 महीना हो गया है। 11 मार्च को लागू हुए इस कानून को लेकर असम और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा खुशी मनाई गई थी,
लेकिन 1 महीना बीत जाने के बाद भी असम में सिर्फ एक शख्स ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है, जबकि पश्चिम बंगाल में अब तक किसी ने भी सिटीजनशिप के लिए अप्लाई नहीं किया है। यहां से 10 लाख आवेदन आने की उम्मीद थी।
हिमंत बिस्व सरमा ने साफ किया है कि सीएए के तहत लाखों लोगों को नागरिकता देने की बातें सिर्फ अफवाह हैं। उन्होंने कहा-कुछ लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि सीएए के नये नियमों के तहत लाखों लोग नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे।
अब उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। राज्य के बंगाली बहुल इलाकों में सीएए का जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं है। आप उदाहरण के तौर पर सोनारी विधानसभा क्षेत्र को ले सकते हैं।
यहां अनेक बांग्ला भाषी लोग निवास करते हैं। लेकिन किसी ने भी नए नियमों के तहत नागरिकता के लिए आवेदन नहीं किया है।