बीटिंग रिट्रीट: विजय चौक पर गूंजेंगी सैन्य धुनें, गणतंत्र दिवस समारोह का होगा भव्य समापन

बीटिंग रिट्रीट: विजय चौक पर गूंजेंगी सैन्य धुनें, गणतंत्र दिवस समारोह का होगा भव्य समापन

हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस के समापन के लिए पारंपरिक बीटिंग रिट्रीट समारोह का आयोजन विजय चौक और रायसीना हिल्स पर हो रहा है। इस ऐतिहासिक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बग्घी में सवार होकर पहुंचीं। उनके साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद हैं।

क्या है बीटिंग रिट्रीट समारोह?

बीटिंग रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह के औपचारिक समापन का प्रतीक होता है। यह आयोजन 26 से 29 जनवरी के बीच होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के समापन की घोषणा करता है। इस दिन सरकारी भवनों को रोशनी से सजाया जाता है, और देश की तीनों सेनाएं मार्चिंग धुनों के साथ अपनी भव्य प्रस्तुति देती हैं।

समारोह की खासियत

  • तीनों सेनाओं के बैंड पारंपरिक और लोकप्रिय धुनें बजाते हैं।
  • अबाइड विद मी’ और ‘सारे जहां से अच्छा’ जैसी धुनें इस समारोह की शोभा बढ़ाती हैं।
  • बैंड मास्टर राष्ट्रपति से विदाई की अनुमति मांगते हैं, जिसके बाद समापन की घोषणा होती है।
  • शाम 6 बजे बिगुल की धुन के साथ तिरंगा उतारा जाता है, और राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन किया जाता है।

बीटिंग रिट्रीट का ऐतिहासिक महत्व

यह परंपरा ब्रिटिश काल से चली आ रही है, जब युद्ध समाप्त होने के बाद सेना को बैरकों में लौटने का संकेत देने के लिए बिगुल बजाया जाता था। आज यह समारोह भारतीय सैन्य परंपराओं और गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है।

 

 

 

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