Table of Contents
Toggleबांग्लादेश: हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को जमानत न मिलने पर नाराजगी
बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को जमानत न मिलने से इस्कॉन कोलकाता ने गहरी नाराजगी जताई है। गुरुवार को इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने इसे “दुखद” करार दिया। उन्होंने बताया कि चिन्मय कृष्ण दास की तबीयत खराब है और उन्हें पिछले 40 दिनों से जेल में रखा गया है।
जमानत की उम्मीद पर पानी
राधारमण दास ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि नए साल की शुरुआत में उन्हें रिहा कर दिया जाएगा।” हालांकि, बांग्लादेश की अदालत ने देशद्रोह के मामले में चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका खारिज कर दी। अब उनके वकील उच्च न्यायालय में अपील करने की तैयारी कर रहे हैं।
वकीलों पर हमला और सुरक्षा की मांग
इस्कॉन प्रवक्ता ने बताया कि पहले भी चिन्मय कृष्ण दास के वकीलों पर हमले हुए हैं, जिससे पिछली सुनवाई में उनका प्रतिनिधित्व नहीं हो पाया था। उन्होंने बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वकीलों को अदालत के अंदर और बाहर पर्याप्त सुरक्षा दी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वकीलों को धमकाने का प्रयास किया गया तो सरकार को कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
पिछले 40 दिनों से जेल में बंद
चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 40 दिनों से जेल में रखा गया है, और तबीयत खराब होने के बावजूद अदालत में पेश नहीं किया गया। गुरुवार की सुनवाई के दौरान उन्हें वर्चुअली पेश किया गया।
हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमले
इस्कॉन ने बताया कि 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद से अंतरिम सरकार के कार्यकाल में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं।